डीएसपी सहित चार थानों की पुलिस गांव में कर रही कैंप

बेतिया। साठी के बसंतपुर में ढाई कट्ठा जमीन के विवाद में दो लोगों की हत्या की खबर से पुलिस म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 May 2021 11:29 PM (IST) Updated:Sun, 23 May 2021 11:29 PM (IST)
डीएसपी सहित चार थानों की पुलिस गांव में कर रही कैंप
डीएसपी सहित चार थानों की पुलिस गांव में कर रही कैंप

बेतिया। साठी के बसंतपुर में ढाई कट्ठा जमीन के विवाद में दो लोगों की हत्या की खबर से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया। नरकटियागंज एसडीपीओ सहित साठी, शिकारपुर, सहोदरा, गौनाहा, चनपटिया, गोपालपुर, बलथर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। रविवार को कई थाने की पुलिस गांव में कैंप की हुई है। नरकटियागंज एसडीपीओ, इंस्पेक्टर गांव में जमे हुए हैं। बेतिया से अतिरिक्त पुलिस जवानों को भी बुलाया गया है। गांव में सब कुछ सामान्य है, लेकिन तनाव बना हुआ है। शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए बेतिया भेज दिया गया है।

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वर्ष 2016 से जमीन पर चल रहा है विवाद

ग्रामीणों ने बताया कि महज ढाई कट्ठा जमीन के लिए दो लोगों में करीब 5 वर्षों से विवाद चल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार पहले यह जमीन अलगू यादव का था। बर्ष 2016 में राजकुमार यादव व मुन्ना यादव ने उनसे रजिस्ट्री कराई। यही जमीन हरेंद्र यादव, अलगू यादव के बहन से रजिस्ट्री कराए और कब्जा कर लिए। तब से इस जमीन पर विवाद चल रहा है। लोगों ने बताया कि यह मामला न्यायालय में है। बताया जाता है कि इस जमीन पर एक झोपड़ी बनी थी। घर से बारात निकलने के बाद कुछ लोग झोपड़ी उखाड़ने लगे जिसे रोकने जाने पर फायरिग शुरू कर दिए।

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सूचना मिलते ही मची में मची अफरा-तफरी, वापस लौटे बाराती

बसंतपुर गांव से बारात योगापट्टी के डुमरी में गई थी। जैसे ही बरात में सूचना मिली की गांव में गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई है, वहां अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में घर के लोग बाराती वापस लौटे। किसी तरह दूल्हे ने शादी कर रस्म पूरा किया। वारदात के बाद दुल्हन की विदाई भी नहीं हो सकी।

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बरात निकलने का इंतजार कर रहे थे हमलावर

हमलावर बारात निकलने का इंतजार कर रहे थे। लॉकडाउन के के कारण हरिदर यादव के बेटे की बरात योगापट्टी के गोलाघाट डुमरी के लिए रवाना हुई। बरात निकलते ही विवादित जमीन पर बनी झोपड़ी को आरोपी उखाड़ने लगे जिसका विरोध हरेंद्र यादव का साला विनोद यादव ने किया। इसपर हमलावरों ने उसे गोली मार दी। विरोध करने पर अमरलाल यादव और रामेश्वर यादव को भी गोली मार दी। घटनास्थल के समीप सीताराम के घर कथा मटकोर का बाजा बज रहा था। जिसके कारण बहुत कम लोगों को गोली की आवाज सुनाई दी। घटना के बाद हरिदर यादव की बेटी मृतक विनोद यादव की भांजी का रो-रो कर बुरा हाल है। विनोद यादव की पत्नी सुनीता देवी का भी बुरा हाल है। जबकि रामेश्वर यादव की पत्नी अभी भी बेसुध पड़ी हुई है।

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