उफान पर गंडक नदी, जलस्तर 2.80 लाख क्यूसेक

बगहा। गंडक नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। वर्तमान जलस्तर दो लाख 80 हजार के आसपास

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 11:15 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 11:15 PM (IST)
उफान पर गंडक नदी, जलस्तर 2.80 लाख क्यूसेक
उफान पर गंडक नदी, जलस्तर 2.80 लाख क्यूसेक

बगहा। गंडक नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। वर्तमान जलस्तर दो लाख 80 हजार के आसपास बना हुआ है। जो खतरे के निशान से के बेहद करीब है। वैसे पानी बढ़ने के साथ ही आसपास के क्षेत्र खासकर नदी किनारे रहने वालों में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया है। सीमावर्ती नेपाल में हो रहे मूसलाधार बारिश से एक बार फिर गंडक नदी उफान पर है। गंडक नदी का जलस्तर दो लाख 80 हजार क्यूसेक को पार कर गया है। गंडक बराज नियंत्रण कक्ष में तैनात अभियंताओं की बेचैनी बढ़ गई है। अभियंता टीम के साथ नियंत्रण कक्ष में कैंप कर रहे हैं। इस बाबत गंडक बराज नियंत्रण कक्ष से मिली जानकरी के मुताबिक एहतियात के तौर पर गंडक बराज के सभी गेटों को आंशिक तौर पर ऊपर उठा दिया गया है। अभी खतरे की कोई बात नहीं है। 3.14 ग्राम पर लीटर सिल्ट की मात्रा पानी में बढ़ जाने के पर बराज मैनुअल के मुताबिक नहरों के जल स्त्राव को शून्य कर दिया जाएगा। पोखरा नेपाल से मिली जानकारी के मुताबिक गंडक नदी का जल स्त्राव बढ़ने की संभावना है। वहीं झंडू टोला बीओपी के समीप बाढ़ का पानी पहुंच गया है।लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में इजाफा देखा जा रहा है। एहतियात के तौर पर गंडक बराज को विशेष निगरानी में रखा गया है। वहीं गंडक नदी के निचले इलाके यूपी के खड्डा रेता क्षेत्र के मरचहवा- बसंतपुर मुख्य मार्ग पर पानी भर जाने के कारण इस गांव का मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है। ग्राम प्रधान इजहार अंसारी ने बताया कि जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि से बाढ़ का पानी घरों तक पहुंचने लगा है। जिससे ग्रामीण मचान व ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की तैयारी में लगे है। एक बार फिर बाढ़ से स्थिति भयावह हो चली है। जिससे रेता वासियों की मुश्किलें बढ़ गई है। विध्याचलपुर, बकुलादह, शाहपुर, बालगोविंद छपरा, नारायणपुर, शिवपुर के ग्रामीण अपने मवेशियों के साथ ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। रेता वासियों के लिए अब नाव ही यातायात का एकमात्र साधन है।

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