महादलित बस्ती में नहीं पहुंची विकास की बयार, बरसात में ऊंचे स्थलों पर शरण लेने की मजबूरी
बगहा। सूबे की सरकार भले ही हर गांव व बस्ती तक विकास पहुंचाने का दावा कर ले। पर बगहा द
बगहा। सूबे की सरकार भले ही हर गांव व बस्ती तक विकास पहुंचाने का दावा कर ले। पर, बगहा दो प्रखंड के पंचायत राज खरहट त्रिभौनी के दलित बस्ती वार्ड तीन की हालत में आज तक सुधार नहीं दिखता है। 14 वार्डों के इस पंचायत के वार्ड तीन के इस महादलित बस्ती की कहानी अलग ही है। जहां के लोग आज भी अपने बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। इस बस्ती में सरकार के किसी भी योजना से आजतक एक भी नाला व सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। जिसके कारण बरसात के दिनों में सड़क में बने गड्ढे में पानी एवं कीचड़ जमा हो जाता है। वहीं जलजमाव के कारण इस बस्ती के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। बरसात में बस्ती के कई घरों में पानी घुस जाता है। आज के हालात भी वही हैं। जिसके कारण इस बस्ती के लोग बेघर होकर राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरहट में शरण लिए हुए हैं। बता दें कि करीब 15 दिन पहले 49 घर बाढ़ से प्रभावित हुए थे। कुछ घरों में अभी तक बारिश का पानी घुसा हुआ है तो, कुछ घर ध्वस्त हो चुके हैं। जिसके कारण इन परिवारों के लोग आज भी विद्यालय में रह रहे हैं। पर, इतना सबकुछ होने के बाद भी पंचायत प्रतिनिधि तक इनकी सुध लेने अभी तक नहीं पहुंच सके हैं।
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ग्रामीणों ने कहा
मंजू देवी, माधुरी देवी, सुभावती देवी, मरछिया देवी, चंदा देवी, अनीता देवी, सुभावती देवी आदि का कहना है कि घरों में बारिश का पानी भरा हुआ है। खाने पीने की सामग्री खत्म हो चली है। कई दिनों से ऐसे हालात बने हुए हैं। जिससे परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। बताते हैं कि पिछले वर्ष भी बारिश के दिनों में एक माह तक इस विद्यालय में शरण लेना पड़ा था। पर, हमारी इन समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास ना तो, जनप्रतिनिधि कर रहे हैं और ना हीं अधिकारी। कहते हैं कि बस्ती में नाला नहीं होने के कारण बस्ती से पानी नहीं निकल पाता है। जिसके कारण पानी से बदबू निकलता है। साथ हीं संक्रमण वाले रोग फैलने का खतरा भी रहता है।