अंग्रेजों के जमाने का बना पुल धंसा, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
बगहा। लगुनाहा चौतरवा पंचायत के लगुनाहा गांव वार्ड नंबर छह में अंग्रेजों के जमाने में बना बुल
बगहा। लगुनाहा चौतरवा पंचायत के लगुनाहा गांव वार्ड नंबर छह में अंग्रेजों के जमाने में बना बुलबुलाहा पुल के मध्य भाग में पुल का कुछ भाग तीन सप्ताह पूर्व धंस गया । जिससे आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। पुल बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
पंचायत के उप सरपंच किशोर यादव ने बताया कि जर्जर पुल से भारी वाहन ले जाना मना कर दिया गया है। उक्त वार्ड के वार्ड सदस्य शौकत अली ने बताया कि अबतक दो दर्जन बाइक चालक व साइकिल सवार उक्त बने गड्ढे में गिर चुके हैं।जिन्हें आस-पास के लोगों ने जख्मी हालत में उठाया है।इस बाबत पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि आनंद शाही ने बताया कि उक्त पुल काफी जर्जर हो चुका है।आजादी पूर्व बने इस पुल की मरम्मत संभव नही है। बीडीओ को सूचित किया जाएगा। उनके निरीक्षण के बाद ही आगे उसका नवनिर्माण कराने का रास्ता खुलेगा। जिसके लिए प्रयास किया ज रहा है। ग्रामीण तपी शर्मा,गिरिजा शंकर प्रसाद,सत्यनारायण खटीक, मुख्तार मियां, हारून मियां,एलियास हुसैन, मनीष जायसवाल आदि ने उक्त ध्वस्त पुल की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने की गुहार लगाई है। अन्यथा दस गांव के लोगों का आने जाने का मार्ग अवरुद्ध हो जाएगा। सोलर पंप बंद होने को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन गोबर्द्धना। रामनगर के गोबर्द्धना गांव के सोलर चलित पंप से पानी नहीं निकलने को लेकर स्थानीय लोगों ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि नल केवल देखने के लिए रह गया है। चापाकल के अलावा शुद्ध पानी पीने का कोई साधन नहीं है। सालों से लोग इसके मरम्मत की उम्मीद में हैं।
प्रदर्शन में शामिल शिवराज महतो, संजय पटवारी, शत्रुघ्न महतो ,मधुवन महतो, सूकट महतो, किशुन महतो, रमेश महतो, नन्दकिशोर महतो, प्रभु महतो , संजय महतो आदि ने बताया इस गांव का सोलर चलित पंप से करीब दो साल से पानी नहीं निकलता है। इस गांव का सोलर पंप से जलापूर्ति बाधित है। इस समस्या से मुखिया को बताया गया। बावजूद उनकी तरह से कोई पहल नहीं हुई। जब सांसद और विधायक से सुधार की गुहार लगाई गई । तब एक बार इसकी मरम्मत तो कराई गई थी। लेकिन केवल दो चार दिन में उसकी पुरानी जैसी हालत खराब हो गई। फिर ठीक करने पहुंचे मिस्त्रियों ने कहा की पानी टंकी में बालू चला जाता है । किसी तरह उसे ठीक कर चालू तो कर दिया गया। फिर एक सप्ताह में यह फिर बाधित हो गया।