अब सांपों को मारने पर होगी जेल, आदेश जारी

बगहा। वाइल्डलाइफ एक्ट के तहत सांपों को मारना व कैद में रखना अपराध है। इसके बावजूद सांपों क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 11:30 PM (IST)
अब सांपों को मारने पर होगी जेल, आदेश जारी
अब सांपों को मारने पर होगी जेल, आदेश जारी

बगहा। वाइल्डलाइफ एक्ट के तहत सांपों को मारना व कैद में रखना अपराध है। इसके बावजूद सांपों को लोग देखते ही मार देते हैं। इसपर रोक के लिए वीटीआर प्रशासन ने कमर कसी है। वनवर्ती गांवों में मुनादी कराई जा रही है।

मानसून के दस्तक के साथ ही वीटीआर के वनवर्ती गांवों में सांप, बिच्छू जैसे अनेक जहरीले कीड़े-मकोड़ों के निकलने का सिलसिला जारी है। जिससे सर्प दंश की संभावना बनी रहती है। क्योंकि मिट्टी, घास फूस के अंदर ही सांप अपने बिल बनाए रहते हैं और अक्सर चलते हुए हम उसपर ध्यान नहीं दे पाते। लेकिन सांप को देख कर अक्सर हम डर जाते हैं या उनके काटने के बाद घबरा जाते हैं कि अब जिदा बचना मुश्किल है। लेकिन सभी सांप जहरीले नहीं होते। इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि वाइल्डलाइफ एक्ट के तहत सांप को मारना, उसे कैद में रखना अपराध है। इन्हें मारने के अलावा प्रताड़ित करने, बंधक बनाने पर भी जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान है। सांपों की पर्यावरण सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में उनकी सुरक्षा जरूरी है। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

क्यों जरूरी है सांपों का संरक्षण---

सांप से बचने के लिए उसे भगाने की बजाए लोग अक्सर उसे मार देते हैं। जबकि थोड़ी सी समझदारी से हम सांप को मारे बिना उससे बच सकते हैं। सांप एक जहरीला जीव है, उससे डरना लाजिमी है। लेकिन उसे मारना सही नहीं है। भारत में पाए जाने वाले सांपों में 20 प्रतिशत ही जहरीले होते हैं। बाकी 80 प्रतिशत जहरीले नहीं होते हैं। उन्होंने बताया कि सांपों को बचाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ये प्रकृति के भोजन चक्र का सबसे अहम हिस्सा हैं, पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत कृषि प्रधान देश है, यहां पाए जाने वाले चूहे फसल का पांचवां हिस्सा चट कर देते हैं। हमारे खेतों के आस-पास पाए जाने वाले सांप इन चूहों का शिकार करते हैं जिससे हमारे फसल सुरक्षित रहते हैं। इसलिए सांपों का संरक्षण जरूरी है। वाल्मीकिनगर में स्नेक कैचर टीम किसी भी प्रजाति के सांपों का रेस्क्यू करती है। यदि आपके घर के आस-पास भी सांप दिखे तो उन्हें मारने की जगह इस नंबर पर 9661614171 पर फोन करें। ये जितना संभव हो सके, उतनी जल्दी वहां पहुंचकर सांप का रेस्क्यू करेंगे और सुरक्षित जगह पर छोड़ देंगे। टीम लीडर मुद्रिका यादव का कहना है कि सांप नाम सुनते ही शरीर में एक सिहरन सी होती है और डर सा लगता है। सांपों के प्रति हमारे इसी डर से हम सांपों को मार दिया करते हैं। हकीकत में देखा जाए तो सांप हम इंसानों के लिए उतने खतरनाक नहीं है। जितना कि हम उनके लिए हैं। उनकी टीम ने सैकड़ों बार किग कोबरा करैत, गेहूंअन, रसल बाइपर जैसे विलुप्त होते सांपों को लोगों से बचाया है और उन्हें सकुशल सुदूर वन क्षेत्र में छोड़कर आए हैं। जहां उन्हें इंसानों से कोई खतरा नहीं होता।

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