कोरोना प्रोटोकॉल के तहत भतहवा में लोगों ने पढ़ी ईद की नमाज

बगहा। ठकराहां प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को ईद उल फितर का त्योहार सादगी के साथ मनाया गय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:04 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:04 AM (IST)
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत भतहवा में लोगों ने पढ़ी ईद की नमाज
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत भतहवा में लोगों ने पढ़ी ईद की नमाज

बगहा। ठकराहां प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को ईद उल फितर का त्योहार सादगी के साथ मनाया गया। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उद्देश्य से राज्य में लागू लाकडाउन के बीच ईदगाहों व मस्जिदों में पांच से अधिक लोगों को एक जगह इकट्ठा होकर नमाज पढने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध था। जिसके मद्देनजर प्रखंड क्षेत्र के भतहवा, मलाही टोला, कोईरपट्टी, सिसवनिया, भुआलपट्टी, गदियानी टोला और भतहवा में ईद की नमाज घरों में पढ़ी। ईदगाह पर नमाजियों की जगह पुलिस तैनात रही। मस्जिदों के बाहर भी सन्नाटा छाया रहा। प्रखंड क्षेत्र के मस्जिदों के इमामों ने सुबह 6.बजे कोविड प्रोटोकॉल के तहत चार से पांच लोगों के साथ फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए नमाज अदा कराई तो दूसरी ओर लोगों ने अपने दरवाजे और घरों में ही ईद की नमाज अदा की तथा देश में फैली महामारी के संक्रमण को खत्म करने, मुल्क की सलामती और खुशहाली की दुआ मांगी गई। कोरोना काल में दूसरी बार मन रही ईद हाफीज हैदर अली ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में दूसरी बार ईद मनाई जा रही। पिछले साल भी लॉकडाउन की वजह से ईद की नमाज घरों में ही अदा की गई। इस वर्ष भी जारी कोरोना क‌र्फ्यू के कारण सामूहिक विशेष नमाज का आयोजन नहीं हो पाया। लॉकडाउन के बीच मनाई गई ईद, लोगों ने घर पर पढ़ी नमाज वाल्मीकिनगर। कोरोना महामारी के बीच ईद उल फितर थाना क्षेत्र में सादगी से मनाया गया। न मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ी गई और न ही लोग मिलने एक दूसरे के घर गए। लॉकडाउन के चलते धार्मिक कार्यक्रमों व भीड़ भाड़ वाली जगह पर आयोजनों पर पाबंदी है। ऐसे में लोगों ने अपने घरों में ही ईद की नमाज पढ़कर मुल्क की तरक्की और कोरोना वायरस से मुक्ति की दुआ मांगी। शांति व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस टीम मुस्तैद रही। लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ घरों में नमाज अदा कर मुल्क की तरक्की व अमन चैन की दुआ मांगी। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए अधिकांश लोगों ने गले मिलने के बजाय दूर से एक दूसरे को पर्व की बधाई दी।

लॉकडाउन के चलते लोग अपने घरों में ही कैद रह गए। ईद पर नए कपड़े पहनने का रिवाज है लेकिन इस बार लोगों ने पुराने कपड़ों में ही नमाज अदा की और कोरोना से मुक्ति की दुआ मांगी। विजयपुर मस्जिद के इमाम निसार अहमद ने सभी को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा सभी लोग लॉक डाउन का पालन करें।

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