लॉकडाउन से कोरोना की चेन तोड़ने में मिल रही मदद, पॉजिटिव केसों की संख्या में कमी
बगहा। लॉकडाउन से कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिल रही है। सूबे में पांच मई से 15 मई तक
बगहा। लॉकडाउन से कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिल रही है। सूबे में पांच मई से 15 मई तक का लॉकडाउन लगाया गया है। इसका बेहतर असर हरनाटांड़ सहित थरुहट क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। रिकवरी दर बेहतर होने का परिणाम है कि क्षेत्र में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या में भी कमी आने लगी है। फिलहाल पीएचसी हरनाटांड़ के जद में आने वाले क्षेत्र में एक्टिव मरीजों की संख्या 35 है। इधर लॉकडाउन के बीते एक सप्ताह के अंदर पीएचसी हरनाटांड़ में कोविड जांच के दौरान मात्र 17 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। जो निश्चित ही काफी बेहतर स्थिति की ओर इशारा कर रहा है। इधर ओर एक तरफ जहां पुलिस प्रशासन लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर लोग अभी भी जागरूक नहीं हो पाए हैं। अभी भी सरकार द्वारा सात से 11 बजे तक के लिए किराना, सब्जी, फल व दूध आदि की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। लोग संक्रमण की गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। पुलिस के डर से मास्क तो लगा रहे हैं, लेकिन शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। जिससे स्थिति फिर से खराब हो सकती है। सब्जी मंडी व शादी समारोह में नहीं हो रही शारीरिक दूरी का पालन : लॉकडाउन के दौरान पारिवारिक समारोहों में भी संख्या निर्धारित की गई है। श्राद्ध एवं वैवाहिक कार्यक्रमों में शामिल होने वालों की संख्या क्रमश: 20 व 50 निर्धारित किया है। वैवाहिक कार्यक्रमों के कार्ड सहित आवेदन तीन दिन पूर्व संबंधित थानों में देने का निर्देश दिया है। गाइडलाइन के आलोक में मारपीट सहित अन्य घटनाओं के आवेदन लेने के साथ मांगलिक कार्यों के आवेदन भी पुलिस पदाधिकारी सहेजने में लगे हैं। आवेदन लेकर नियम कानून को बकायदा समझा भी रहे हैं। बावजूद इनके शादी विवाहों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसके साथ साथ लोग सब्जी मंडी व बाजार के अन्य दुकानों पर कोविड और लॉकडाउन दोनों की गाइडलाइन का लोग उल्लंघन कर रहे हैं। कहते हैं चिकित्सक... लोगों को समझना चाहिए कि यह वायरस और बीमारी कहीं से कमजोर नहीं हुआ है। संक्रमण की गंभीरता को देखते-समझते हुए लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इस संक्रमण के भयानक प्रकोप से बचाव को लेकर लोग बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें तभी सही है। बार बार हाथ को साबुन से धोने, घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने भीड़ भाड़ में जाने से बचने और संकट की इस घड़ी में एक दूसरे का सहयोग करने की कोशिश करें। मास्क पहनना व हाथ सैनिटाइजेशन नियमित रहे। शारीरिक दूरी का अनुपालन निश्चित हो। इनमें जरा सी चूक से संक्रमण दोहराने में देर नहीं होगी।
डॉ. प्रदीप कुमार गिरि, चिकित्सक