लॉकडाउन से खरीदारी में परेशानी बढ़ी, कइयों ने टाली शादी

बगहा। सूबे में गत 05 से 15 मई तक के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हुई है। ऐसे में बढ़ते

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 11:31 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 11:31 PM (IST)
लॉकडाउन से खरीदारी में परेशानी बढ़ी, कइयों ने टाली शादी
लॉकडाउन से खरीदारी में परेशानी बढ़ी, कइयों ने टाली शादी

बगहा। सूबे में गत 05 से 15 मई तक के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा हुई है। ऐसे में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने शादी समारोह के लिए भी गाइडलाइन जारी कर दी है। सरकारी नियमों का ख्याल रखकर होने वाली शादियां अब औपचारिकता बनकर रह जा रही हैं। यह बात शादी विवाह की तिथि निकालकर मुहूर्त का इंतजार करने वाले भी मान रहे हैं। दरअसल लॉकडाउन की वजह से किराना और सब्जी की दुकानें तो खुली हैं। लेकिन अन्य जरूरत की दुकानें बंद हैं। जिसमें कपड़ा, गहना, फर्नीचर, कॉस्मेटिक के साथ साथ शादी विवाह के दौरान उपयोग में आने वाली कई दुकानें बंद पड़ी हैं। जिसकी वजह से पूर्व में निर्धारित शादी विवाह को सम्पन्न कराने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि पिछले साल भी इसी समय लॉकडाउन हो जाने की वजह से शादी विवाहों की तिथि को टालना पड़ा था। इसे आगे बढ़ा कर इस साल रखा गया था। लेकिन इस बार भी लॉकडाउन ने हमारे सभी अरमानों पर पानी फेर दिया है। रामपुर निवासी अम‌र्त्य कुमार बताते हैं कि शादी की तिथि विगत वर्ष से ही तय थी। जिसको लेकर सभी प्रकार की तैयारियां पूर्व में ही कि जा चुकी थीं। जिसकी वजह से शादी तय तिथि पर ही करनी पड़ी। लेकिन इस दौरान सामग्री जुटाने में काफी परेशानी हुई। ऐसे में शादी जरूरत की चीजें काफी कम ही मिल पाई। शादियों के लिए गाइडलाइन के अनुसार मात्र 50 लोग हो सकते हैं शामिल : कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है। अभी विवाह का सीजन है। ऐसे में सरकार ने शादियों के लिए गाइडलाइन जारी की है, इसमें शादी समारोह में वर-वधु पक्ष और पुजारी आदि सहित कुल 50 लोग सम्मिलित हो सकेंगे। डीजे पर प्रतिबंध तो है ही साथ ही बारात जुलूस निकालने पर पूर्णत: प्रतिबंध है। इसके अलावा किसी प्रकार से गाइड लाइन का उल्लंघन किया जाता है, तो शादी स्थल को सील तक किए जाने की कार्रवाई की जाएगी। कोरोना काल मे बाजार से गायब हुई ऑक्सीमीटर व पैरासिटामोल साढ़े छह सौ : कोरोना काल में कई आवश्यक दवा सामग्री आमलोगों की पहुंच से बाहर हो गई है। हरनाटांड़ बाजार में ऑक्सीजन मापने की मशीन ऑक्सीमीटर नहीं मिल रहा है। इसके अलावा थर्मामीटर सहित कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए कई आवश्यक दवाइयां नहीं मिल रही है। जिसमें पैरासिटामोल साढ़े छह सौ भी बाजार से गायब है। कोरोना काल में कुछ दवा एजेंसी इन दवाओं का कालाबाजारी करने में जुट गई है। दवा रहने के बाद भी मनमाने कीमत पर बेची जा रही है। क्षेत्र में पहले एक भी ऑक्सीमीटर की बिक्री नहीं होती थी। लेकिन कोरोना काल में हर परिवार अब इसे आक्सीजन मापने के लिए ऑक्सीमीटर को जरूरत पड़ रही है। ऐसे में दवा के थोक विक्रेताओं द्वारा मनमानी किए जाने से आमजन परेशान हैं। कोरोना काल में बाजार से आवश्यक दवाइयां किल्लत होने से दवा कालाबाजारियों का दबदबा कायम होने लगा है।

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