न बजेगा बैंड न शहनाई, डीजे की धुन पर भी अगले आदेश तक रोक
बगहा। कोरोना के दूसरे चरण में प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री ने
बगहा। कोरोना के दूसरे चरण में प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री ने भी लोगों से संकट थमने तक शादी विवाह समेत अन्य मांगलिक आयोजनों पर रोक की अपील की है। कई परिवारों ने समय की मांग को देखते हुए मांगलिक आयोजनों को रद कर दिया है। इसके बावजूद कहीं-कहीं अब भी बैंड बाजे तथा डीजे की धुन सुनाई देती है। अब, एसडीएम ने निर्णय लिया है कि अधिकतम 50 लोगों की मौजूदगी में शादियां तो होंगी, लेकिन बैंड-बाजा या डीजे की धुन सुनाई नहीं देगी। यदि कोई नियमों को ताख पर रखकर बैंड बाजे या डीजे की व्यवस्था करता है तो संबंधित व्यक्ति के साथ साथ संचालकों पर भी गाज गिरेगी। एसडीएम ने सभी थानाध्यक्षों को पत्र लिखकर यह आदेश दिया है कि वे अपने अपने थाना क्षेत्र के डीजे व बैंड बाजा संचालकों से शपथ पत्र लें कि अगले आदेश तक किसी भी शादी विवाह या अन्य मांगलिक आयोजनों में उनकी उपस्थिति नहीं रहेगी। यदि उपस्थिति की पुष्टि हुई तो फिर आपदा प्रबंधन की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए सभी संसाधनों को जब्त कर लिया जाएगा। इसके साथ जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। आदेश के प्रभावी होने के साथ ही यह तय हो गया है कि शादियों समेत अन्य मांगलिक आयोजनों में न तो बैंड बजेंगे ना ही शहनाई। डीजे की धुन भी नहीं सुनाई देगी। एसडीएम शेखर आनंद ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी को आगे बढ़कर जवाबदेही उठानी चाहिए। कोरोना संकट थमने तक बैंड व डीजे के उपयोग पर पूर्णतया बंदिश रहेगी। थानाध्यक्ष अपने अपने क्षेत्र में नियमित रूप से इसकी मॉनिटरिग भी करेंगे।