निगेटिव हो गए हैं..फिर भी रहिए परहेज से

बगहा। कोरोना संक्रमित ठीक होने के बाद लापरवाह न बनें। भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें। म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 09:37 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 09:37 PM (IST)
निगेटिव हो गए हैं..फिर भी रहिए परहेज से
निगेटिव हो गए हैं..फिर भी रहिए परहेज से

बगहा। कोरोना संक्रमित ठीक होने के बाद लापरवाह न बनें। भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें। मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी का पालन करें। एक बार संक्रमित होने के बाद विशेष सतर्कता जरूरी है। क्योंकि संक्रमण की वजह से रोगी कमजोर हो जाते। इनके दोबारा संक्रमण होने पर उनको खतरा अधिक रहता है।

इस संबंध में डॉ. मो.एमडी का•िाम बताते हैं कि संक्रमित लोग स्वस्थ होने के बाद भी नियमित दिनचर्या अपनानी चाहिए। घर से बाहर आवश्यक रूप से मास्क का प्रयोग करें। भीड़ भाड़ वाले स्थलों पर नहीं जाए। एक दूसरे से शारीरिक दूरी रखें। आम जीवन में उन्हें कोरोना को लेकर जो भी परहेज है। उसका सही तरीके से पालन करना है। खान-पान में बासी भोजन से पूरी तरह परहेज करना है। ऐसे व्यक्ति जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है। उनको भी अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखनी होगी। उसके लिए ताजे फलों, हरी सब्जियों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग करना है। इसके साथ ही जिन पोषक तत्वों की जरूरत होती है। उसे भी रोजमर्रा के भोजन में शामिल रखना है। बाहरी सामान को प्रयोग से पहले अच्छी तरह साफ करें। अपने हाथों को साबुन या सैनिटाइजर की सहायता से बढि़या ढंग से साफ करें। बाहर से आने पर अपने कपड़ों को भी धो लें। जिससे यदि वायरस इसपर चिपका हो तो खत्म हो जाए। लक्षण दिखे तो जरूर कराएं जांच कोरोना के लक्षण दिखने पर घबराएं नहीं। नजदीक के जांच केंद्र पर जाकर जांच कराएं। मास्क लगाकर जाएं। शारीरिक दूरी का पालन करें। डॉक्टर से सलाह लें। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव है तो जो एहतियात और दवाएं बताएं गए उसका इस्तेमाल करें। यदि दो दिनों बाद जांच रिपोर्ट आती है। उसके साथ एक बार फिर डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर यदि आपको होम आइसोलेशन की सलाह देते हैं। तो अपने को एक कमरे में एकांत रूप से कैद कर लें। आइसोलेशन के क्रम में जो भी दवाएं लेनी आवश्यक है। उसे नियमित रूप से लेते रहे। घर के किसी व्यक्ति से बातचीत करते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। होम क्वारंटाइन में ऐसे रहें:

यदि आपको कोरोना संक्रमण है। जिन व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन किया गया है। होम क्वारंटाइन में भी विशेष सावधनी बरतें। ताकि परिवार के अन्य सदस्य संक्रमित न हों। ऐसे लोगों को सुबह में थोड़ा जल्दी उठना चाहिए। प्राणायाम योगाभ्यास या बताए गए व्यायाम को नियमित तौर पर करें। नाश्ते और खाने में सामान्य आहार लें। हरी और ताजी सब्जियों को खाने में शामिल करें। फल भी भरपूर खाएं। ज्यादा पानी पियें तरल पदार्थों को अधिक से अधिक सेवन करें। दो बार गर्म पानी का भाप लें। परिवार के किसी भी सदस्य से दूर रहें। यदि जरूरी हो तो मास्क लगाकर बातचीत करें। स्वजन भी मास्क लगाकर ही रोगी से बातचीत करें। डॉक्टर ने जो भी दवा लेने की सलाह दी है। उसे भी समयानुसार सेवन करें। मास्क ही वैक्सीन:

कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाना जरूरी है, मगर लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं। 50 फीसद से अधिक लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों की बात छोड़ दी जाए तो मास्क की गंभीरता को कोई नहीं समझ रहा है। ऐसे में मरीजों की संख्या तो बढ़ेगी ही। प्रशासन भी मौन धारण कर चुका है। लॉकडाउन में थोड़ी सख्ती दिखी थी, अब लचर व्यवस्था है।

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