तमिलनाडु की तर्ज पर वीटीआर में होगी जंगल व जानवरों की सुरक्षा
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में वास कर रहे बाघों की सुरक्षा और शिकारी व तस्करों को पकड़ने की रणनीति अब तमिलनाडु के तर्ज पर होगी।
बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में वास कर रहे बाघों की सुरक्षा और शिकारी व तस्करों को पकड़ने की रणनीति अब तमिलनाडु के तर्ज पर होगी। तमिलनाडु से एसटीएफ के ट्रेंनर मुख्य प्रशिक्षक जे सुरेश, सर्व ¨लगम व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के प्रशिक्षक डॉ. आईपी बोपन्ना, विक्रम ¨सह तोमर, डॉ. कमलेश मौर्य, व शारिक सफी वाल्मीकि टाईगर रिजर्व में पहुंचे है। वनकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण वीटीआर व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सहयोग से 21 से 24 सितंबर तक चलेगा। पहले चरण में वाल्मीकिनगर में दो दिन व दूसरे चरण में मंगुराहा में दो दिन प्रशिक्षण होगा। वन प्रमंडल दो के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि यह प्रशिक्षण वाल्मीकिनगर व मंगुराहा वनक्षेत्र में हो रहा है। इस प्रशिक्षण में शामिल वनकर्मियों को वीटीआर में बाघों की सुरक्षा तथा शिकारी व तस्करों को पकड़ने की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण की मॉनीट¨रग डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरीय प्रबंधक कमलेश कुमार मौर्य कर रहे है। श्री मौर्य ने बताया कि वनकर्मियों को एडवांस फिल्ड क्राफ्ट एवं सर्वाइवल ट्रे¨नग दी जा रही है। इससे फिल्ड के वनकर्मियों को शिकारी व तस्करों को पकड़ने तथा उनसे निपटने में सहूलियत होगी।
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दो वर्ष पूर्व भी दिया था प्रशिक्षण वीटीआर के जंगल व जानवरों की सुरक्षा के लिए अब हाईटेक तकनीकी अपनाई जाएगी। कम संसाधन में भी बेहतर सुरक्षा होगी। कर्मी भी सुरक्षित रहेंगे। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरीय प्रबंधक कमलेश कुमार मौर्य ने बताया कि वर्ष, 2016 अक्टूबर माह में भी तमिलनाडु एसटीएफ के दो ट्रेनर को बुलाकर प्रशिक्षण दिलाई गई थी। उस प्रशिक्षण के बाद वीटीआर के पांच दर्जन से अधिक वनकर्मी हाईटेक बनाए गए । उन वनकर्मियों को शिकारी व तस्करों को पकड़ने तथा बाघों की सुरक्षा करने की जानकारी पर्याप्त है। अब सभी वनकर्मियों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।