छह महीने में ही जमींदोज हुई सड़क, ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त
बगहा । मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना से भले हीं प्रखंड क्षेत्र को बेहतर बनने की कोशिश की जा रही है पर योजना के तहत किए गए दावे और हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है।
बगहा । मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना से भले हीं प्रखंड क्षेत्र को बेहतर बनने की कोशिश की जा रही है, पर योजना के तहत किए गए दावे और हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है। खासकर हर घर नल जल और गली-नाली योजनाओं का बुरा हाल है। प्रखंड की अधिकांश पंचायतों के गांवों में हर गली नाली सड़क निर्माण में भारी अनियमितता दिख रही है। प्रखंड में योजना के क्रियान्वयन में धांधली थमने का नाम नहीं ले रही है। पहली बरसात में हीं यह उजागर भी होने लगा है।
आम जनता को लाभ पहुंचाने वाली इस महत्वपूर्ण योजना लोगों के लिए वरदान बनने की बजाए संवेदकों व पंचायत प्रतिनिधियों के लिए कामधेनु साबित हो रही है। खोतहवा पंचायत में सात निश्चय योजना से बनी सड़क पहली बरसात में ही जमींदोज हो गयी है। लोगों का कहना है कि अधिकारिक स्तर पर ठोस कार्रवाई की गई होती तो, सरकारी राशि का सदुपयोग जमीनी स्तर पर जरूर दिखाई देता। पेवर ब्लॉक ईंट से सड़क निर्माण जगह जगह जर्जर व ध्वस्त हो गया है। गांव व गली में जब इस सड़क का निर्माण हुआ था। उस समय लोगों में काफी खुशी थी। लेकिन पहली बरसात में हीं इस रास्ते से ग्रामीणों को आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क जगह जगह टूट कर गड्ढा बन गया है। राहगीरों को दुर्घटना का भय बना रहता है। ग्रामीण संजय पटेल, गोरख राम, रामचंद्र राम, मन्नू चौधरी, संतोष चौधरी, उमा गुप्ता आदि का कहना है कि पूर्व से बनी सड़क कई बरसात झेलने के बाद भी टस से मस न हुई। वहीं यह छह महीने में हीं मिट्टी में मिल गई। ------------------------- बयान; आवेदन मिलने पर मामले में संज्ञान लेकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
राजेश भूषण, बीडीओ