युवाओं के कंधे पर पंचायत सरकार की जिम्मेदारी, जनता ने तय की विकसित गांवों की जवाबदेही
बगहा। चौथे चरण के चुनाव के बाद आए परिणाम से यह स्पष्ट हो गया कि मतदाता इस बार बदलाव के मूड में हैं।
बगहा। चौथे चरण के चुनाव के बाद आए परिणाम से यह स्पष्ट हो गया कि मतदाता इस बार बदलाव के मूड में हैं। 24 पंचायतों का प्रतिनिधित्व करने वाले बगहा एक प्रखंड में महज तीन निवर्तमान मुखिया अपनी कुर्सी बचा सके। कुछ यहीं कहानी पांचवें चरण की मतगणना के बाद सामने आई। गिनती के कुछ प्रतिनिधियों को छोड़ दें तो अधिकांश को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। वाल्मीकिनगर के मुखिया पन्नालाल साह और लक्ष्मीपुर रमपुरवा से मालती देवी अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। इनके अलावा अधिकांश पंचायतों में निवर्तमान को जनता ने नकार दिया। इसके अलावा इस चुनाव में गौर करने वाली बात यह रही कि आधा दर्जन पंचायतों में जीत और हार का अंतर 10 मतों से भी कम रहा। वाल्मीकिनगर में पन्नालाल अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अमित से सात मतों से जीते। वहीं बेलहवा मदनपुर में अरविद कुमार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी चंद्रशेखर भारती को छह मतों से पराजित किया। इसी प्रकार बकुली पंचगांवां में भी हार जीत का अंतर दस वोट से कम रहा। सबसे बड़ी बात यह रही कि जीतने वाले अधिकांश प्रत्याशी युवा हैं। इससे यह स्पष्ट हो चला कि जनता ने इस बार युवाओं के कंधे पर पंचायत की सरकार सौंप दी है। इसके साथ जनता ने विकसित गांवों की जवाबदेही तय करते हुए युवाओं के जिम्मे संपूर्ण बागडोर सौंप दी है। देर शाम तक प्राप्त चुनावी नतीजे :-
मुखिया :-
पंचायत जीते
वाल्मीकिनगर पन्नालाल साह
लक्ष्मीपुर रमपुरवा मालती देवी
संतपुर सोहरिया गेनिया देवी
चंपापुर गोनौली प्रियंका देवी
नौरंगिया दरदरी सुनील महतो
महुआवा कटहरवा आरती देवी
बेलहवा मदनपुर अरविद कुमार
हरनाटांड़ दीपेंद्र प्रसाद
बलुआ छत्रौल हरेंद्र महतो
देवरिया तरुअनवा अंजू देवी
बकुली पंचगांवा भरत साह
जिमरी नौतनवा खूबलाल बड़घड़िया
वैरागी सोनवर्षा सूरज सिंह
ढोलबजवा लक्ष्मीपुर प्रमोद उरांव
नयागांव रामपुर आशा देवी
मंगलपुर औसानी भोला यादव
यमुनापुर टड़वलिया उपेंद्र दीक्षित
सेमरा कठकुईंया- हेमंती पासवान
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जिला परिषद सदस्य :-
क्षेत्र संख्या एक :- निर्भय कुमार महतो
क्षेत्र संख्या दो : चंद्रमा देवी
क्षेत्र संख्या तीन : नवीनचंद्र उरांव
क्षेत्र संख्या चार : बृजबिहारी यादव
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कुर्सी बचाने में सफल रहे निवर्तमान प्रमुख-उप प्रमुख :-
पंचायत चुनाव में बदलाव के दौर के बीच अधिकांश निवर्तमान अपनी कुर्सी बचाने में विफल रहे। इस बीच निवर्तमान प्रखंड प्रमुख और उप प्रमुख पर भी प्रखंड के लोगों की निगाह थी। हालांकि दोनों अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे।