केंद्र के बाहर खड़े होकर लोगों ने की कर्मियों की प्रतीक्षा
कोरोना वैश्विक महामारी से सुरक्षा के लिए सरकार एवं सत्ताधारी दल की ओर से लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है कि लोग टीका लें। आरंभ में तो लोग टीका को लेकर फैली अफवाह की वजह से टीकाकरण केंद्रों पर नहीं जा रहे थे। लेकिन अब कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को भांप कर लोगों में टीका लेने के प्रति जागरूकता आई है तो टीकाकरण की व्यवस्था में हीं छेद हो गई है।
बेतिया । कोरोना वैश्विक महामारी से सुरक्षा के लिए सरकार एवं सत्ताधारी दल की ओर से लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है कि लोग टीका लें। आरंभ में तो लोग टीका को लेकर फैली अफवाह की वजह से टीकाकरण केंद्रों पर नहीं जा रहे थे। लेकिन अब कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को भांप कर लोगों में टीका लेने के प्रति जागरूकता आई है तो टीकाकरण की व्यवस्था में हीं छेद हो गई है। कभी वैक्सीन की किल्लत तो कभी केंद्रों पर समय से कर्मियों के नहीं पहुंचने की परेशानी। ग्रामीण क्षेत्रों की बात कौन करे, शहर में भी टीकाकरण की व्यवस्था ठीक ढ़ंग से संचालित नहीं हो रही है। हालांकि अधिकारियों की आफ द रिकार्ड कई तरह की दलीलें हैं। लेकिन आम लोग परेशान हो रहे हैं। संक्रमण के खतरा के बीच लोग टीका लेने के लिए केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। लेकिन वहां की व्यवस्था आहत कर रही है। सोमवार को कुछ ऐसे हीं हालात का सामना शहर के जीएनएम प्रशिक्षण सेंटर में स्थापित टीकाकरण केंद्र पर देखने को मिला। दोपहर 11 बजे तक लोग केंद्र के बार इस इंतजार में खड़े रहे कि कर्मी आएंगे और केंद्र का दरवाजा खुलेगा। बारी- बारी से सबों को टीका लगेगा। कई बुजुर्ग सुबह आठ बजे हीं पहुंच गए थे। वे इस लिए सुबह में गए थे कि उनकी बारी पहले आएगी। धूप निकलने से पहले वे टीका लेकर घर आ जाएंगे। समाजसेवी विजय कश्यप ने आरोप लगाया कि 11 बजे तक केंद्र पर टीका कर्मी नदारद रहे। लोगों की भीड़ लगी है।