मखाने की पैदावार देख किसान गदगद, अधिकारियों को मिला टास्क

बेतिया । पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले में मखाने की खेती की शुरूआत की गयी थी जो शत-प्रतिशत सफल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:24 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:24 PM (IST)
मखाने की पैदावार देख किसान गदगद, अधिकारियों को मिला टास्क
मखाने की पैदावार देख किसान गदगद, अधिकारियों को मिला टास्क

बेतिया । पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले में मखाने की खेती की शुरूआत की गयी थी जो शत-प्रतिशत सफल रहा है। कृषि विभाग द्वारा आधुनिक तरीके से साठी थाना क्षेत्र के सम्हौता ग्राम सहित अन्य क्षेत्रों में मखाना की खेती की शुरूआत की गयी थी। अच्छी पैदावार देख संबंधित किसान खासे उत्साहित एवं गदगद हैं। मखाने की खेती से किसानों को अत्यधिक लाभ मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा प्रारंभ किये गये इस अभिनव प्रयोग से चौर जैसे जल क्षेत्र का सदुपयोग होगा तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। डीएम ने कहा कि जिले में मखाना की खेती की शुरूआत होना एवं आशातीत सफलता प्राप्त करना बेहद संतोषजनक है। इससे जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति सु²ढ़ होगी तथा उन्हें इसी जिले में रोजगार उपलब्ध हो पायेगा। जिला मत्स्य पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि मखाना की खेती करने हेतु जिले में अपार संभावनाएं हैं। इस हेतु चौर को चिन्हित किया जाय जहां मखाने की खेती की जा सके। जिलाधिकारी ने एक टीम का गठन करने का आदेश भी दिया है जो किसानों को मखाना की खेती करने के लिए जागरूक करेगा।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया जिले में मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए दरभंगा जिले से मखाना के एक्सपर्ट को बुलाया गया और उनके माध्यम से बीज प्राप्त कर मखाने की खेती प्रारंभ की गयी। उन्होंने बताया कि दरभंगा के मखाना व्यवसायी द्वारा 16 हजार रुपये प्रति क्विटल की दर से 400 क्विटल तक मखाना क्रय करने की बात कही गयी है। साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी मखाना बिक्री के लिए मार्केट लिकेज की समुचित व्यवस्था की गयी है ताकि जिले में उत्पादित मखाना का ससमय बिक्री हो सके।

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