लगातार आपूर्ति के बावजूद भी यूरिया की मांग जारी

बगहा। खेती किसानी का समय होने के कारण यूरिया की मांग अधिक है। जिसके कारण लगातार आपू

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:39 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:39 PM (IST)
लगातार आपूर्ति के बावजूद भी यूरिया की मांग जारी
लगातार आपूर्ति के बावजूद भी यूरिया की मांग जारी

बगहा। खेती किसानी का समय होने के कारण यूरिया की मांग अधिक है। जिसके कारण लगातार आपूर्ति के बावजूद इसकी किल्लत बरकरार है। बीते कुछ दिनों पहले इफको बाजार में यूरिया के करीब पांच हजार पैकेट मंगाए गए थे। पर, वह समाप्त हो चुका है। इसके बाद नगर के नरैनापुर रोड स्थित स्वयं ट्रेडर्स, भुवनेश्वर चौक स्थित शिव ट्रेडर्स, सबुनी के लक्ष्मी ट्रेडर्स सबुनी व नरकटियांगज मुख्य सड़क पर स्थित श्याम ट्रेडर्स को यूरिया की आपूर्ति की गई है। जहां बुधवार को यह खाद कम पड़ गया। कई किसानों को खाली हाथ ही वापस लौट जाना पड़ा। हालांकि प्रभारी बीएओ प्रदीप कुमार तिवारी ने सभी दुकानों का निरीक्षण किया गया है। आपूर्ति व स्टॉक का जायजा लिया। किसानों को निर्धारित दर पर ही अपने सामने यूरिया की आपूर्ति कराई। वहीं दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि वाजिब किसानों को ही यूरिया की आपूर्ति करें। इसके लिए किसान पंजीकरण व आधार कार्ड पर हीं एक या दो बोरा तक खाद दें। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। इस क्रम में किसानों को आश्वासन दिया कि यूरिया के लिए जिला में बात किया गया है। उपलब्ध होते हीं किसानों को इसका लाभ दिया जाएगा। बता दें कि अभी खरीफ फसलों का समय है। वहीं बारिश भी समय समय पर हो रही है। जिससे धान के अलावा गन्ना व सब्जी में भी किसानों को यूरिया की आवश्यकता है। ------------------- नैनो यूरिया को लेकर किसानों में जागरूकता की कमी -------------------- इधर प्रखंड परिसर स्थित इफको बाजार में नैनो यूरिया की बोतल उपलब्ध है। जो यूरिया का ही लिक्विड रूप है। साथ ही यूरिया के पैकेट से सस्ता भी है। पर, किसान अभी इससे परहेज कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि इसमें स्प्रे करने का झंझट है। जिससे किसान बचना चाहते हैं। पर, भीड़-भाड़ व मारामारी से बचने का यह आसान तरीका है। जिसे किसान आसानी से खरीद सकते हैं। करीब 15 दिनों पहले नैनो यूरिया के 1200 बोतल इफको बाजार में मंगाए गए थे। जिसमें से करीब आधे अभी तक पड़े हुए हैं। इफको के प्रबंधक बृजेश कुमार यादव का कहना है। पहले इसके खरीदार नगण्य थे। अब धीरे धीरे किसान इसे खरीद रहे हैं। --------------------- बयान : जिला में यूरिया के आपूर्ति के लिए बात की जा रही है। हालांकि नैनो यूरिया भी अच्छा विकल्प है। जिसका इस्तेमाल किसान कर सकते हैं। दोनों एक हीं चीज है। इसे पानी में डालकर खेतों में स्प्रे करने की जरूरत होती है। प्रदीप कुमार तिवारी, प्रभारी बीएओ

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