अस्पताल में कुव्यवस्था देख भड़कीं एसडीएम, तत्काल सफाई कराने का निर्देश
बेतिया। एसडीओ साहिला ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरा
बेतिया। एसडीओ साहिला ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल की कुव्यवस्था देख भड़क गईं। प्रभारी को तुरंत परिसर की सफाई कराने का निर्देश दिया। अस्पताल में साफ-सफाई कराने वाले एनजीओ के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी बात कही। प्रसव कक्ष में गंदगी देखकर बोलीं, जहां सबसे अधिक साफ-सफाई की आवश्यकता है, वहां पर इस तरह की गंदगी घोर लापरवाही है। अस्पताल के पुरुष और महिला वार्ड में आशा का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था। उन्होंने प्रभारी से पूछा कि वार्ड के बाहर मरीज और वार्ड में ट्रेनिग। यह कतई नहीं चलेगा। अगर आपके पास अचानक दस मरीज एक साथ पहुंच जाते हैं तो आप कहां रखेंगे। पहले मरीज का उपचार जरूरी है या ट्रेनिग ।ट्रेनिग के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया। दवा वितरण कक्ष का जायजा लिया। जायजा के दौरान दवा की कमी पाई गई ।स्टोर इंचार्ज सुरेंद्रनाथ गिरी और दवा बांटने वाली कर्मी अर्चना कुमारी , बीएचएम विनोद कुमार सिंह के भी गायब रहने का मामला सामने आया। उन्होंने इन तीनों से स्प्ष्टीकरण पूछने का आदेश दिया। उसके बाद एसडीओ ने एएनएम कक्ष में पहुंचीं। मौके पर बीडीओ राजकिशोर प्रसाद शर्मा,सीओ कुमार राजीव रंजन, प्रभारी डॉ विजय कुमार चौधरी,स्टेनो जावेद हुसैन, बीसीएम अनिल कुमार, डॉण् इम्तेयाज, डॉ विकास कुमार , एएनएम रीना कुमारी, रिकू कुमारी, शाहजहाद मंसूर राकेश मिश्रा आदि मौजूद रहे। 45 मिनट में प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को छोड़ने पर आपत्ति एसडीएम ने प्रसव कक्ष की पंजी का अवलोकन किया तो हैरत में पड़ गईं। गुरुवार को 9:30 बजे सुबह में प्रसव के लिए महिला आई थी। 10:15 बजे प्रसव के उपरांत उसे अस्पताल से मुक्त कर दिया गया था। करीब 45 मिनट में प्रसव करा कर महिला को घर जाने की अनुमति देने को लेकर एसडीएम ने सवाल खड़ा किया और इसे घोर लापरवाही बताते हुए कहा कि कैसे प्रसूति मरीज को एक नवजात बच्चे के साथ छोड़ दिया गया । जच्चा और बच्चा के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने बीडीओ से जिस प्रसव के मरीज को छोड़ा गया है उसके बारे में पूरा पता कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। स्टोर और शल्य कक्ष में ताला
एसडीएम ने कोल्ड चैन का भी निरीक्षण किया ।साथ ही स्टोर और शल्य कक्ष में ताला बंद पाए जाने पर आपत्ति जताई । पीएचसी प्रभारी से इस संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था को तुरंत सुधार लें। इस तरह की लापरवाही घातक है। कर्मियों को समय से ड्यूटी पर आने और पूरी निष्ठा के साथ काम करने की नसीहत दीं।