दो दिनों में मतदाताओं के बारे में जानकारी दें जनप्रतिनिधि
लोक सभा चुनाव के मद्देनजर जिले में चुनाव से जुड़े तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
बेतिया। लोक सभा चुनाव के मद्देनजर जिले में चुनाव से जुड़े तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डा.निलेश रामचंद्र देवरे की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले सभी सांसद, विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष, जिला पार्षद, पंचायत समिति सदस्य सहित सभी गणमान्य जन प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र के मतदाताओं के बारे में जानकारी देने को कहा गया है। इससे संबंधित दो दिनों में जानकारी मांगी गई है कि उनके क्षेत्र में किस मतदाता का नाम छूट गया है या उनकी परेशानी क्या है? जिला निर्वाचन पदाधिकारी डा. देवरे ने वीवीपैट व ईवीएम से मतदाताओं को अवगत कराने का निर्देश दिया। इसके लिए प्रत्येक प्रखंड में दो -दो गाड़ी को लगाने के साथ-साथ कितने मतदाताओं को इसकी जानकारी दी गई, इसकी दैनिक प्रतिवेदन जिला को उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया। जिले के विभिन्न मतदान केंद्रों पर क्या-क्या सुविधाएं हैं, इसका आकलन करने के साथ-साथ वहां सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया गया। इस काम को हर हाल में एक सप्ताह के अंदर पूरा करने की बात बताई गई।ताकि मतदान केन्द्रों को हर सुविधाओं से लैस किया जा सके। मौके पर उप जिला निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली, उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद असफाक असरफ सहित सभी प्रख्ड के बीडीओ सह सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी मौजूद रहे।
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एक सप्ताह में चिह्नित करें कम्युनिकेशन शैडो जोन
बैठक में उपस्थित सभी पीसीसीपी व सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में यदि कम्युनिकेशन शैडो है, तो उसे चिह्नित करने का आदेश दिया गया। मतलब कौन सा ऐसा क्षेत्र है जहां किसी भी कंपनी का मोबाइल टावर काम नहीं करता है, इससे जुड़ी रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर देने को कहा गया ताकि वैसे क्षेत्र में पड़ने वाले मतदान केंद्र पर कम्प्युनिकेशन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके।
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17 को सभी बूथों पर चलेगा विशेष अभियान
17 फरवरी को सभी मतदान केंद्रों पर विशेष अभियान चलाकर छूटे हुए मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे। इस अभियान में चिह्नित अयोग्य मतदाताओं के नाम भी हटाए जाएंगे और उनके नाम में सुधार के लिए भिन्न-भिन्न प्रपत्र लिए जाएंगे। इस अभियान के दौरान सभी राजनीतिक दलों के बीएलओ एवं सहायक बीएलओ को अपने-अपने मतदान केंद्रों पर रहने को कहा गया है।