छठव्रतियों के सुविधा के लिए घाटों पर रैंप व नाला का होगा निर्माण

रामनगर में सूर्य उपासना का महापर्व छठ को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। गुरुवार को नगर के रामरेखा नदी के किनारे मुख्य घाट पर साफ सफाई का कार्य कराया गया। जिसका निरीक्षण कार्यपालक पदाधिकारी ऋषिकेश अवस्थी ने किया। इस क्रम में अधिकारी ने कहा कि इस पर्व के लिए घाटों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 06:49 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 06:49 PM (IST)
छठव्रतियों के सुविधा के लिए घाटों पर रैंप व नाला का होगा निर्माण
छठव्रतियों के सुविधा के लिए घाटों पर रैंप व नाला का होगा निर्माण

बगहा । रामनगर में सूर्य उपासना का महापर्व छठ को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। गुरुवार को नगर के रामरेखा नदी के किनारे मुख्य घाट पर साफ सफाई का कार्य कराया गया। जिसका निरीक्षण कार्यपालक पदाधिकारी ऋषिकेश अवस्थी ने किया। इस क्रम में अधिकारी ने कहा कि इस पर्व के लिए घाटों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। निर्देश देते हुए कहा कि घाट पर छठव्रतियों की सुविधा के लिए रैंप का निर्माण होगा। साथ हीं नाला भी बनेगा। समय कम है इसलिए इस कार्य को शीघ्र आरंभ किया जाएगा। इस दौरान नदी के गहरे भाग व गड्ढे वाले क्षेत्र को लाल निशान से चिन्हित करने का निर्देश भी अधिकारी ने दिया। कहा कि घाट पर आने वाले व्रतियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। वार्ड से घाटों तक लाइट की भी सुमचित व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान सभापति प्रतिनिधि नागेन्द्र साह, उपसभापति प्रतिनिधि अरमान खान, वार्ड पार्षद गिफ्फी सिंह, समाजसेवी पिटू सिंह, रघुवंश नारायण सिंह, मुन्ना यादव, नप कर्मी कृष्णा सिंह नेपाली, राकेश गुप्ता, सोनू यादव, प्रदीप पटेल, प्रकाश कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे। बता दें कि छठ पर्व का आयोजन प्रत्येक वर्ष काफी धूमधाम से किया जाता है। वहीं इसके व्रतियों की संख्या भी हजारों में है। जिनकी सबसे अधिक भीड़ इस मुख्य घाट पर हीं होती है।

खास बातें:-

---छठ पूजा को लेकर घाटों की साफ सफाई का काम शुरू

---नगर परिषद के ईओ ने मुख्य छठ घाट का किया निरीक्षण

नहीं बदले हालात, खुले में शौच को जा रहे ग्रामीण भितहा: स्वच्छ मिशन अभियान के तहत भितहा प्रखंड को तीन साल पहले खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त घोषित कर दिया गया। लेकिन आज भी ग्रामीण खुले में शौच के लिए जाते हैं। अधिकांश घरों के शौचालय परित्यक्त हो गए हैं। सबसे गौर करने वाली बात यह है कि अधिकारियों को इतना तक नहीं पता है कि प्रखंड के कितने घरों में शौचालय बने हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की है कि शत प्रतिशत घरों में शौचालयों का निर्माण कराया जाए। साथ ही लोगों को शौचालय का व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

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