रेल प्रशासन जांच कर हटाएगा रेल भूमि पर बनीं अवैध झोपड़ियां

बेतिया। पूर्व मध्य रेल के नरकटियागंज क्षेत्र में रेल पथों से लगी अवैध झोपड़ियों को हटाया जाएग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 12:25 AM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 12:25 AM (IST)
रेल प्रशासन जांच कर हटाएगा रेल भूमि पर बनीं अवैध झोपड़ियां
रेल प्रशासन जांच कर हटाएगा रेल भूमि पर बनीं अवैध झोपड़ियां

बेतिया। पूर्व मध्य रेल के नरकटियागंज क्षेत्र में रेल पथों से लगी अवैध झोपड़ियों को हटाया जाएगा। रेल प्रशासन ने विभिन्न खंडों में इसकी सूक्ष्मता से जांच शुरू कर दी है। नरकटियागंज- बेतिया रेलखंड में आउटर सिग्नल के पास पांडेय टोला में रेल पथों से लगी अवैध झोपड़ियों को रेल प्रशासन हटाएगा। नवागत सहायक मंडल अभियंता ने बताया कि अभी कुछ माह पहले ही स्थानांतरण होकर यहां आया हूं। जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि पांडेय टोला के पास रेल की भूमि पर अवैध झोपड़िया बनाई गई है या किसी भी तरह का अवैध निर्माण हुआ है तो उसे हटाया जाएगा। इसकी जांच कराई जा रही है। रेल क्षेत्र में कहीं भी अवैध झोपड़ियां नहीं रहेंगी। हालांकि अधिकारी ने यह भी बताया कि नरकटियागंज से वाल्मीकिनगर, रक्सौल, बेतिया और गौनाहा रेलखंड में क्षेत्राधीन रेल पथों की निगरानी रेलवे द्वारा नियमित रूप से की जाती है। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से इसका नियमित मौका मुआयना होता है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण के ²ष्टिकोण पर विचार कर जो निर्देश दिया है, उससे संदेश यह भी गया है कि रेल पथ के इर्द-गिर्द किसी भी प्रकार का अतिक्रमण कतई उचित नहीं है। पूरे देश में रेल पथ को अतिक्रमण मुक्त कराना भारतीय रेल और प्रशासन की जिम्मेदारी बन जाता है। रेल पटरियों के किनारे बसी अवैध बस्तियों की यह समस्या पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में भी है। रेल पथ के इर्द गिर्द इस तरह का स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण आम है। इससे न केवल रेल यातायात बाधित होता है, बल्कि सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है। साथ ही इन अवैध बस्तियों में हर तरह का अपराध भी फलता-फूलता है। रेल यात्रियों सहित आम शहरी इसका शिकार बनते हैं। बानगी के तौर पर नरकटियागंज में रेलवे की पूरबी गुमटी के दक्षिणी तरफ करीब दस वर्ष पूर्व ऐसे ही एक अवैध दुकान में अपराधियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। नाश्ते की उस दुकान में अपराधियों ने खाया पिया और पल भर में ही अपने एक साथी की हत्या कर दी। दुकान रेल की भूमि पर अवैध रूप से संचालित हो रही थी। लोगों का कहना है कि रेलवे की भूमि की सुरक्षा का जिम्मा किसका है नियम-कानूनों की अनदेखी क्यों होती है। लोगों का कहना है कि ऐसी झोपड़ियां आसमान से तो नहीं टपकतीं। एक-एक कर धीरे-धीरे बनाई जाती हैं। बावजूद इसके रेलवे की सुरक्षा एजेंसी और रेल प्रशासन का नजर क्यों नहीं पड़ता। और जब मामला नासूर बन जाता है? या फिर न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ता है, तब रेल अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों की बेचैनी बढ़ती है। बहरहाल नरकटियागंज बेतिया- रेलखंड में पांडेय टोला के पास बनी झोपड़ियों को जांचोपरांत रेल प्रशासन हटाएगा।

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कोट

पता लगाया जा रहा है। पांडेय टोला में बनी करीब आधा दर्जन झोपड़ियां यदि रेल की भूमि पर होंगी तो उसे हटाया जाएगा। रेल की भूमि पर किसी को अवैध निर्माण करने नहीं दिया जाएगा।

अखिलेश्वर मिश्र

सहायक मंडल अभियंता, नरकटियागंज

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