सावन की दूसरी सोमवारी पर हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे शिवालय

सावन के दूसरे सोमवार को शहर के सागर पोखरा स्थित मनोकामना महादेव मंदिर जोड़ा शिवालय मंदिर पिउनीबाग मंदिर तीनलालटेन चौक स्थित महादेव मंदिर में सुबह से ही भीड़ रही। यहां दिन भर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के कार्यक्रम हुए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:36 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:36 PM (IST)
सावन की दूसरी सोमवारी पर हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे शिवालय
सावन की दूसरी सोमवारी पर हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे शिवालय

बेतिया । सावन के दूसरे सोमवार को शहर के सागर पोखरा स्थित मनोकामना महादेव मंदिर, जोड़ा शिवालय मंदिर, पिउनीबाग मंदिर, तीनलालटेन चौक स्थित महादेव मंदिर में सुबह से ही भीड़ रही। यहां दिन भर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के कार्यक्रम हुए। भक्तों ने शिव मंदिरों में शिवलिग पर बेलपत्र दूध,धतूरा चढ़ाकर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिरों में पूजा अर्चना को लेकर भक्तगण उमड़ पड़े। हर हर महादेव और जय जय भोले के उद्धोष के साथ भक्तगणों ने मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया। इस दौरान मंदिर परिसर को आर्कषक ढंग से सजाया गया था। खास मनोकामना महादेव मंदिर का नजारा काफी मनमोहक दिखाई दे रहा था। सामने सागर पोखरा पर पड़ रही सूर्य की प्रकाश मानों श्रद्धालुओं में ऊर्जा का संचार हो रहा था। वहीं पिउनीबाग महादेव मंदिर में सावन के दूसरे सोमवार को दूर दूर गांवों से आए भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारों के साथ भगवान शिव की शिवलिग पर दुग्धाभिषेक किया। इधर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए अपील की जा रही थी। मंदिर में दो गज की दूरी और मास्क के नियम को लेकर व्यवस्था बनाने के लिए जिला प्रशासन ने उचित प्रबंध किए गए थे।

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नहीं खुला मंदिर का मुख्य द्वार

यूं तो शहर व ग्रामीण क्षेत्र के छोटे व प्रमुख शिवालय में श्रद्धालुओं की भींड़ उमड़ी रही। लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले साल की तरह इस बार भी कालीबाग मंदिर का मुख्य द्वार बंद रहा। यहां बता दें कि बेतिया महाराज द्वारा स्थापित कालीधाम मंदिर काफी प्राचीन है। यहां महादेव की भव्य मंदिर भी है। जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालु कालीधाम मंदिर परिसर पहुंचे। लेकिन बंद रहने के कारण बाहर से ही श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करना पड़ा। कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी।

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घरों में हुआ रूद्राभिषेक

सावन माह में महादेव की पूजा करने विशेष लाभकारी है। लेकिन कोविड-19 के कारण कई श्रद्धालु महादेव मंदिरों में जलाभिषेक नहीं किए। जबकि अपने-अपने घरों पर ही आचार्यों के माध्यम से महादेव की विधिवत पूजा की। इस दौरान महामृंतुंजय का पाठ करते हुए शिवलिग पर दुध, बेलपत्र, भांग, जल अर्पित किया गया। आचार्य बबलू झा बताते हैं कि वर्तमान समय में कोविड-19 से बचने के लिए गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालु अपने-अपने घरों में रूद्राभिषेक व जलाभिषेक कर सकते है।

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