मुख्य अभियंता के आदेश पर चार सौ मीटर में हुआ बाढ़ संघर्षात्मक कार्य

बगहा । विभागीय निर्देश के आलोक में पीपी तटबंध के 3.5 किमी से 5.1 किमी के बीच करीब 400 मीटर में नाइल क्रेट में सैंड बैग डालकर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य गुणवत्तापूर्ण कराया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:01 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:01 PM (IST)
मुख्य अभियंता के आदेश पर चार सौ मीटर में हुआ बाढ़ संघर्षात्मक कार्य
मुख्य अभियंता के आदेश पर चार सौ मीटर में हुआ बाढ़ संघर्षात्मक कार्य

बगहा । विभागीय निर्देश के आलोक में पीपी तटबंध के 3.5 किमी से 5.1 किमी के बीच करीब 400 मीटर में नाइल क्रेट में सैंड बैग डालकर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य गुणवत्तापूर्ण कराया गया है। इसकी जांच अधीक्षण अभियंता महेश्वर शर्मा, मुख्य अभियंता प्रकाश दास, कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार, बाढ़ एक्सपर्ट अब्दुल हमीद के द्वारा की गई है। जिसमें किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी उजागर नहीं हुई है। इस बिदु पर करीब 100 स्थानों पर पानी के बुलबुला देखा गया। विभागीय निर्देश के आलोक में करीब 100 स्थानों पर वेल सैंड बैग लगाकर कार्य कराया गया है। तटबंध में जगह-जगह करीब सौ जगहों पर हुए रेन कट में मिट्टी भराई का कार्य कर सैंड बैग से पिचिग कर सुरक्षित किया गया है। बरसात के कारण बांध से मिट्टी का जो क्षरण हो रहा है। वह मिट्टी कराए गये एनसी के स्लोप में एकत्रित हो जा रहा है।

स्थानीय विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिकू सिंह के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि यशवंत प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह उक्त स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद उन्होंने कहा कि टीम ने बेहतर कार्य कराया है। किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी यहां नजर नहीं आ रही है। बांध पर झोपड़ी बनाई गई है। जनरेटर का नियमित संचालन हो रहा है। प्रथम दृष्टि में यहां कोई धांधली या घोटाला प्रतीत नहीं हो रहा है। मामले की जांच के लिए कमेटी अधीक्षण अभियंता के द्वारा गठित कर दी गई है। जांच चल रही है। पूर्व में एसडीएम के द्वारा भी शिकायत मिलने के बाद दो सदस्यीय टीम एएसडीएम सरफराज नवाज एवं डीसीएलआर इमरान के द्वारा उक्त बिदु की गहनता पूर्वक जांच की जा चुकी है। उक्त टीम के द्वारा किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। बयान :-

कुछ लोगों का काम नहीं बना तो उन लोगों ने साजिश रच दी। सभी आरोप बेबुनियाद हैं। जांच होने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। धरातल पर कार्य दिख रहा है। मेरी क्षवि धूमिल करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है।

गौतम कुमार, सहायक अभियता

मधुबनी/पिपरासी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जांच के बाद सच्चाई का पता चल जाएगा। पटना से उड़नदस्ता की टीम पीपी तटबंध पर एंटी रोजन कार्य की निरीक्षण करने के लिए पहुंची थी। जिसके कारण उक्त जांच में विलंब हुई है। बहुत जल्द जांच रिपोर्ट आ जाएगी।

महेश्वर शर्मा, अधीक्षण अभियंता

बाढ़ नियंत्रण, अंचल, पडरौना

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