बची धान की फसल पर अब तेज हवा संग बारिश की आफत

बेतिया । नरकटियागंज और गौनाहा प्रखंड क्षेत्रों में तेज हवा के साथ रह रहकर हो रही बारिश से फसलों को काफी क्षति उठानी पड़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:55 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:55 PM (IST)
बची धान की फसल पर अब तेज हवा संग बारिश की आफत
बची धान की फसल पर अब तेज हवा संग बारिश की आफत

बेतिया । नरकटियागंज और गौनाहा प्रखंड क्षेत्रों में तेज हवा के साथ रह रहकर हो रही बारिश से फसलों को काफी क्षति उठानी पड़ी है। धान की पक्की फसलों के नुकसान से किसान आहत हैं। वही खेतों में खड़ी फसलें भी गिर गई है। तीन दिनों से बदला मौसम किसानों के लिए राहत कम परेशानी का वजह अधिक बना हुआ है। इससे पहले किसानों को बारिश के पानी से फायदा हुआ। क्योंकि धान सूख रहे थे। लेकिन इस बार की बारिश किसानों के लिए आफत बनी हुई है। कटे हुए धान नुकसान हो ही गए है। खेतों में खड़ी फसल भी बर्बाद होने के कगार पर है। कटी हुई फसलें लगातार भींगे रहने की वजह से सड़ने की स्थिति में है। उनकी दवनी कैसे होगी? इसकी चिता किसानों को सता रही है। किसान निशिकांत कुमार, सिपाही राय, रामाधार प्रसाद, दिनेश यादव, आशीष यादव बताते है कि इस वर्ष लगातार बारिश और बाढ़ से फसलें पहले ही काफी प्रभावित हो चुकी हैं। बची हुई धान की फसल को लेकर जो उम्मीद थी उस पर तेज हवा के साथ हो रही बारिश ने पानी फेर दिया है। खेतों में गिरी हुई फसल देख किसानों परेशान हैं। उधर लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों को अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह कीचड़ और जलभराव से लोगों को नारकीय स्थिति झेलनी पड़ रही है। थरुहट में दोमाठ, प्रसंडा, बेलवा जमुनिया, डूमरिया जाने वाली सड़क कीचड़ व जल जमाव से अवरुद्ध हो गई है। हरकटवा, सीठी, रूपवलिया, मंगुराहां वाली सड़क पर भी कीचड़ व जलजमाव से पैदल चलना मुश्किल है।

chat bot
आपका साथी