गांधी के स्वशासन का मार्ग प्रशस्त करने में विधिक सहायता केंद्र बनेगा सहायक : न्यायमूर्ति

बेतिया। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सह पटना हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस एमआर शाह ने कहा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 01:03 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:13 AM (IST)
गांधी के स्वशासन का मार्ग प्रशस्त करने में विधिक सहायता केंद्र बनेगा सहायक : न्यायमूर्ति
गांधी के स्वशासन का मार्ग प्रशस्त करने में विधिक सहायता केंद्र बनेगा सहायक : न्यायमूर्ति

बेतिया। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सह पटना हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस एमआर शाह ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से अत्याचार और शोषण क खिलाफ संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है। ऐसे में सबों को महात्मा गांधी के आदर्शों का अनुशरण करना चाहिए। शोषण और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। वे मंगलवार की देर शाम बापू की कर्मभूमि भितिहरवा आश्रम के जीवन कौशल ट्रस्ट परिसर में विधिक सहायता केंद्र व कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में विधिक साक्षरता क्लब के उद्घाटन के मौके पर वर्चुअल रूप में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि मैं गांधी की जन्मभूमि से आता हूं और गांधी की कर्मभूमि पर आयोजित इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर खुद को सौभाग्यशाली समझ रहा हूं। कोविड-19 के इस वैश्विक संकट के कारण गांधी की कर्मभूमि पर नहीं आ सका। मैं चंपारण आकर इस महान भूमि को नमन करना चाहता हूं। कार्यक्रम का शुभारंभ कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा ज्योति, निशा, सुनीता, ममता, पुनीता ने गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम से किया। आगत अतिथियों का स्वागत जिला सत्र न्यायधीश मनोज कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति अनंत विजय सिंह ने कहा कि चंपारण मेरी मातृभूमि है। केआर हाई स्कूल में ही मेरी प्रारंभिक शिक्षा हुई है। यह मेरे लिए हर्ष का विषय है कि ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा गांव समाज के विकास के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह ने कहा कि गांधी की कर्मभूमि से जुड़कर विधिक सहायता प्राधिकार गौरवान्वित महसूस कर रहा है। पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने कहा कि चंपारण के भितिहरवा में स्थापित यह विधिक सहायता केंद्र गांधी के मूल्यों को आत्मसात कर स्वशासन को मजबूत करेगा। मुख्य न्यायाधीश ने मुकदमा रहित गांव कटरांव का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक गांव है । इस गांव के लोगों से पूरे देश को प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मनोरंजन झा व धन्यवाद ज्ञापन प्रसिद्ध अभिनेता मनोज वाजपेयी ने किया। उन्होंने कहा कि हमारे गांव में आज विधिक सहायता केंद्र का उद्घाटन हुआ है। इसके लिए उच्चतम न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। उपस्थित अतिथियों का स्वागत भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सचिव ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष राकेश राव ने किया।

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कटहरवा गांव के गुमास्ता का किया सम्मान गौनाहा प्रखंड के कटरांव गांव के थारू जनजाति की पारंपरिक व्यवस्था को लेकर वहां के गुमास्ता विनय गौरो को सम्मानित किया गया। इस गांव का कोई विवाद थाना व न्यायालय नहीं जाता है। भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस गांव के लोग प्रेरणास्त्रोत हैं। इस गांव के लोगों एवं अनुसूचित जन जाति समुदाय के गुमाश्ता से देश के लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। मौके 114 वर्षीय शेख रफीक को भी सम्मानित किया गया।

मौके पर कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य दीपेंद्र वाजपेयी, एडीएम नंदकिशोर साह, डीसीएलआर अजय सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुंदन कुमार, रतवल के पूर्व मुखिया नितेश राव, कन्हैया राव, रविंद्र सिंह सहित शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। उद्घाटन के अवसर पर स्टेट लीगल सर्विस ऑथोरिटी पटना के एक्सक्यूटिव चेयरमैन न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह, पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह पश्चिम चंपारण के निरीक्षी न्यायाधीश न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह न्यायाधीश सह एनसीएलएटी नई दिल्ली के सदस्य न्यायमूर्ति अनंत विजय सिंह की उपस्थिति रही।

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