वर्तमान परिवेश में युवाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव

कॉलेज में वर्ग संचालन नियमित होने के बावजूद बच्चों का झुकाव कोचिग की तरफ होता है। छात्र-छात्राएं कक्षा न कर कोचिग में अपना समय एवं रुपये अनावश्यक बर्बाद करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 01:13 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 01:13 AM (IST)
वर्तमान परिवेश में युवाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव
वर्तमान परिवेश में युवाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव

बेतिया । कॉलेज में वर्ग संचालन नियमित होने के बावजूद बच्चों का झुकाव कोचिग की तरफ होता है। छात्र-छात्राएं कक्षा न कर कोचिग में अपना समय एवं रुपये अनावश्यक बर्बाद करते हैं। उक्त बातें एमजेके कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हरिनारायण ठाकुर महाविद्यालय के स्नातक सत्र 2019-22 सत्रांरभ कार्यक्रम पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। संगोष्ठी का थीम था गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने में युवाओं की भूमिका। संगोष्ठी में प्राचार्य ने कहा कि सभी डिग्री की नहीं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरुरत है। वर्तमान परिवेश में युवाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव है। इसके लिए छात्रों को प्रतिदिन कॉलेज में आना होगा। कॉलेज में वर्ग संचालन नियमित होता है। छात्र-छात्राओं को कोचिग करने की कोई जरुरत नहीं है। कॉलेज में वर्ग नहीं करने वाले तथा 75 प्रतिशत उपस्थिति कम होने पर छात्र-छात्राओं को परीक्षा फार्म भरने से वंचित होना पड़ेगा। छात्र-छात्राएं कॉलेज वर्ग संचालन के लिए नहीं आते है। नामांकन के बाद रजिस्ट्रेशन एवं फार्म भरने के समय ही कॉलेज में दिखाई देते है। कुछ अभिभावक व तथाकथित छात्र नेता ऐसे हैं जो छात्र-छात्राओं का नामांकन से लेकर रजिस्ट्रेशन एवं फार्म का कार्य खुद करते हैं जो अब नहीं होगा। इस दौरान प्रो. ओपी गुप्ता, प्रो. आरके चौधरी, प्रो. पीके चक्रवर्ती, प्रो. एसके शुक्ला, प्रो. सुरेंद्र राय, प्रो. तथागत बनर्जी, प्रो. विनोद कुमार सहित नए सत्र के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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