योग से जीवन खुशहाल : डा. शशिभूषण
पतंजलि योग के जिला प्रभारी डा. शशिभूषण ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सामान्य योग अभ्यास के क्रम में पतंजलि योगपीठ द्वारा बहुत आसान एवं सहज योग को शामिल किया गया है।
बेतिया। पतंजलि योग के जिला प्रभारी डा. शशिभूषण ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सामान्य योग अभ्यास के क्रम में पतंजलि योगपीठ द्वारा बहुत आसान एवं सहज योग को शामिल किया गया है। इसे किसी भी अवस्था के बच्चे, युवा या बुजुर्ग पुरुष महिला आसानी से कर सकते हैं और अपने आप को स्वस्थ रखकर खुशहाल जीवन जी सकते हैं। इसमें शुरू में प्रार्थना जो ऋग्वेद से लिया गया है, उसका अर्थ है- हमे अपने मन को हमेशा संतुलित रखना है, इसमें हमारा आत्म विकास समाया है। मैं खुद के प्रति कुटुम्ब के प्रति, काम, समाज और विश्व के प्रति शांति, आनंद और स्वास्थ्य के प्रचार के लिए बचनबद्ध हूं। इसके वाद योग का सूक्ष्म व्यायाम, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अद्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वत्रासन, उष्ठासन, शशांकासन, उत्तातमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भूजंगासन, सलभासन, सेतुवंधासन, उत्तान पादासन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन, ताड़ीसाधन, प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, शीतली प्राणायाम व ध्यान में पतंजलि योग सूत्र के साथ कार्यक्रम का समाप्त करते हैं। यानी योग से अनजान व्यक्ति इस छोटे-छोटे अभ्यास को किसी से जानकर सीख सकते हैं। इसका पूर्ण लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बेतिया निवासियों से आग्रह कर योग दिवस पर इस कार्यक्रम में सुबह 5.30 बजे से शामिल होकर इसके गुर को सीखने का आग्रह किया। साथ ही अपने दिनचर्या में योग शामिल कर योगी बने और इसका लाभ उठाने की सलाह दी है। योग भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। महर्षि पतंजलि ने योग दर्शन का प्रतिपादन किया। इसे स्वामी रामदेव ने जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरलीकरण किया। योग ऋषि स्वामी रामदेव के द्वारा किए जा रहे इस महान कार्य के लिए हम भारतवासी ऋणी हैं।