यूपी समेत दियारावर्ती इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, जन-जीवन बेपटरी

सीमावर्ती नेपाल में हो रहे मुसलाधार बारिश से एक बार फिर गंडक नदी उफान पर है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 12:37 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:11 AM (IST)
यूपी समेत दियारावर्ती इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, जन-जीवन बेपटरी
यूपी समेत दियारावर्ती इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, जन-जीवन बेपटरी

बगहा। सीमावर्ती नेपाल में हो रहे मुसलाधार बारिश से एक बार फिर गंडक नदी उफान पर है। कार्यपालक अभियंता गंडक बराज जमील अहमद टीम के साथ नियंत्रण कक्ष में कैंप कर रहे हैं। इस बाबत श्री अहमद ने बताया कि फिलहाल खतरे की कोई बात नहीं है। एहतियात के तौर पर गंडक बराज के सभी गेटों को आवश्यकता अनुसार उठा दिया गया है। पोखरा नेपाल से मिली जानकारी के मुताबिक गंडक नदी का जल स्तर मे वृद्धि की संभावना है। गंडक बराज का अप एवं डाउन स्ट्रीम के तटबंध पूर्णत: सुरक्षित हैं। बावजूद इसके गंडक बराज को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि अभियंताओं को चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। अभियंता किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। गण्डक बराज का जलस्तर शुक्रवार की रात्रि दो लाख 86 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया था। 3.14 ग्राम पर लीटर सिल्ट की मात्रा पानी में बढ़ जाने के बाद बराज मेनुअल के मुताबिक मुख्य पश्चिमी नहर एवं मुख्य तिरहुत नहर के जल स्राव को शुन्य कर दिया गया है। थाना क्षेत्र के बी कंपनी झंडू टोला बीओपी परिसर, रमपुरवा हरिजन टोला, चकदहवा, झंडु टोला गांव, बीन टोला, एवं कान्ही टोला गांव में चार फीट पानी चढ़ गया है । नदी उग्र रुप धारण करते हुए सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के खड्डा रेता क्षेत्र के मरिचहवा, बसंतपुर,शिवपुर सहित अन्य टोलों में पहुंच गया है।जिससे शिवपुर पुलिस चौकी परिसर सहित लोगो के घरो में घूटने तक पानी लग गया है।घर मे पानी लगने से ग्रामीण मचान पर शरण लिये हुए है।वहीं मरिचहवा के ग्राम प्रधान इजहार अंसारी लोगों को आने जाने तथा जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए छोटी नाव की व्यवस्था की है। मरिचहवा बसंतपुर मार्ग पर बना पुल पानी मे बह जाने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है । बाढ़ का पानी उतर प्रदेश के खड्डा रेता क्षेत्र के मरिचहवा पश्चिम टोला व बसंतपुर सहित निचले इलाकों में पहुंच गया है । शनिवार की सुबह गांव के लालू भगत, अब्बास हमीद, अर्जुन, कन्हई, बाबूलाल, बितन, राधेश्याम, मोहन, रामबृक्ष, रामधनी, कमलेश, बन्हू,भग्गन, गुड्डू सहित आदि लोग जगे तो अपने घरों मे पानी देख दंग रह गये। शनिवार की सुबह गण्डक बराज पर नदी का डिस्चार्ज घटकर दो लाख 60 हजार क्यूसेक पर आ जाने की सूचना मिलते ही रेतावासी राहत की सांस ली है। खड्डा एसडीएम कोमल यादव ने बताया कि मरिचहवा, बसंतपुर, शिवपुर सहित उनके अन्य टोलों में बाढ़ का पानी घूसने की सूचना है। प्रभावित टोलों पर रहने वाले लोगों के लिए तहसील प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था कराई जा रही है।

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