योजनाओं में लापरवाही बरतने पर होगी प्राथमिकी

जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना में अनियमितता बरतने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की हिदायत दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 02:11 AM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 06:36 AM (IST)
योजनाओं में लापरवाही बरतने पर होगी प्राथमिकी
योजनाओं में लापरवाही बरतने पर होगी प्राथमिकी

बेतिया। जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना में अनियमितता बरतने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की हिदायत दी गई है। योजना में अब तक हुए कार्यो में मापी पुस्तिका भरने में तेजी लाने का निर्देश दिया है। बुधवार को समाहरणालय के सभागार में आयोजित मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण योजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान उन्होंने यह आदेश दिया। उन्होंने योजनाओं में क्रियान्वित किये गए कार्यों के प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अभियंताओं को यथाशीघ्र मापी पुस्तिका पूरी तरह से भरकर संबंधित अधिकारी के पास उपस्थापित करने का आदेश दिया। जिलाधिकारी ने बारी-बारी से सभी प्रखंडों में क्रियान्वित इन दोनों योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को नियमित तौर पर मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजनाओं का निरीक्षण एवं अनुश्रवण करने की बात कही। डीएम ने निश्चय सॉफ्ट पर अपलोड की गई योजनाओं की भी समीक्षा की और अपलोडिग की संख्या कम होने पर खेद जताया तथा इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को अपलोडिग के मामले का नियमित अनुश्रवण करने के साथ ही क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं की गुणवत्ता पर भी नजर रखने का निदेश दिया। मौके पर उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी बैद्यनाथ प्रसाद, सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, सात निश्चय योजना से संबंधित सभी सहायक अभियंता,कनीय अभियंता, सभी विभागों के कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे।

इनसेट

आइटी आधारित सिस्टम को शीघ्र करें अधिस्थापित

जिलाधिकारी ने सात निश्चय योजना के तहत पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना में आइओटी आधारित मॉनीटरिग एंड मैनेजमेंट सिस्टम का अधिष्ठापन कराने का निर्देश दिया है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां-जहां नल योजना का कार्य पूर्ण हो गया है, वहां आइओटी सिस्टम 10 दिनों में कार्यान्वित कर दें। नल-जल योजना में आइओटी सिस्टम काफी कारगर साबित होगा।

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