सावधान, बाजार में दुकानदारों के पास दो तरह के बटखरे

बेतिया। उपभोक्ता किसी वस्तु की उचित कीमत का देकर खरीदारी करते है। लेकिन क्या किया जाए

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:35 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:35 PM (IST)
सावधान, बाजार में दुकानदारों के पास दो तरह के बटखरे
सावधान, बाजार में दुकानदारों के पास दो तरह के बटखरे

बेतिया। उपभोक्ता किसी वस्तु की उचित कीमत का देकर खरीदारी करते है। लेकिन क्या किया जाए , जब खरीदी गई वस्तु की तौल कम हो। इससे बचने के लिए उपभोक्ताओं खरीदारी करते समय बटखरों की जांच अवश्य करनी चाहिए। यह उपभोक्ताओं का अधिकार ही नहीं बल्कि उनका उत्तरदायित्व है। जिले में बहुत से बाजार हैं जहां बटखरा के रुप में ईंट-पत्थर का प्रयोग की जाती है। इनमें खासकर ग्रामीण इलाकों में लगने वाले साप्ताहिक हाट है। जहां सप्ताह में एक दिन या फिर दो दिन सब्जी मंडी समेत अन्य आवश्यक वस्तु की दुकानें लगती हैं। मंडी लगाने वाले छोटे-बड़े व्यवसायी भी रहते है। कईयों के पास माप-तौल के लिए सरकारी मानक के अनुसार बटखरे रहते है। तो वहीं कईयों के पास ईंट, पत्थर के टूकड़े बटखरे के रूप में इस्तेमाल किए जाते है। ईंट-पत्थर का बटखरा समय के साथ वजन में कम हो जाता है। जिसके कारण उपभोक्तओं को सही वजन में वस्तुएं नहीं मिलती है।

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ईंट-पत्थर के बटखरे के कारण होती हैं किचकिच

चाहे वह अमीर हो या गरीब हाट-बाजार से सभी को खरीदारी करनी पड़ती है। आये दिन घटतौली कर कुछ दुकानदारों द्वारा आर्थिक शोषण किया जा रहा है। इसकी पड़ताल के लिए बुधवार को दैनिक जागरण की टीम मीना बाजार स्थित सब्जी मंडी में पहुंची। जहां बड़े-पैमाने पर दूर-दराज इलाकों से किसान सब्जी लेकर बिक्री करने पहुंचे हुए थे। अपने-अपने गोला-मंडी में सब्जी की बिक्री कर रहे थे। हालांकि कईयों के पास सरकारी मापदंड के अनुसार बटखरे पाए गए। लेकिन, छोटे व्यापारी किसी तरह ईंट-पत्थर का इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं कई उपभोक्ता व व्यापारी ईंट-पत्थर के बटखरे को लेकर किचकिच कर रहे थे। आमतौर पर सभी के पास बटखरे पाए गए।

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फल व्यवसायों के बटखरे की हो जांच

ग्राहक मनोज कुमार, पंकज साह का कहना है कि बाजार में अधिकारी जब जांच करने के लिए आते हैं तो सरकारी मानदंड वाले बटखरे सामने आ जाते है। लेकिन उपभोक्ताओं को सामान तौल करने के लिए बाजार में नकली बटखरे का इस्तेमाल किया जाता है। व्यापारियों के पास दो तरह के बटखरे हैं। इसमें 50 से 150 ग्राम तक का हेरफेर है। जिसके चलते उपभोक्ता आएदिन घटतौली के शिकार होते है। बाजार में आए एजाज अहमद, दीप कुमार, सूरज कुमार, सन्नी कुमार बताते हैं कि खरीदारी करते समय उपभोक्ताओं को काफी सचेत रहना चाहिए। खरीदारी करते समय यह निगरानी करना चाहिए कि दुकानदार हमें कौन से बटखरे से सामान दे रहा है।

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कोरोना काल में बंद थी छापेमारी

माप तौल निरीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि घटतौली की शिकायत पर तत्काल छापेमारी कर कार्रवाई की जाती है। विभाग के निर्देश के मुताबिक प्रत्येक एक माह में दो-दो कैंप लगाया जाता है। इस दौरान उन क्षेत्र में बाटों का निरीक्षण व सत्यापन भी किया जाता है। फिलहाल 2020 से कोरोना काल के कारण छापेमारी बंद है।

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