चिकित्सकों ने किया सांकेतिक विरोध, चार घंटे ठप रही ओपीडी सेवा

समस्तीपुर। एलोपैथ चिकित्सा पद्धति पर स्वामी रामदेव द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में इंडियन मेडि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:03 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:03 PM (IST)
चिकित्सकों ने किया सांकेतिक विरोध, चार घंटे ठप रही ओपीडी सेवा
चिकित्सकों ने किया सांकेतिक विरोध, चार घंटे ठप रही ओपीडी सेवा

समस्तीपुर। एलोपैथ चिकित्सा पद्धति पर स्वामी रामदेव द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने चार घंटे तक ओपीडी सेवा को बाधित रखा। सरकारी व निजी चिकित्सालयों में भी ओपीडी सेवा बाधित रही। चिकित्सकों ने कार्य स्थगित करते हुए चेहरे पर मास्क लगाकर सांकेतिक विरोध किया। सदर अस्पताल में सुबह 8 से 12 बजे तक ओपीडी सेवाएं ठप रही। इस दौरान अस्पताल में दूर-दराज से आए मरीज बिना इलाज के ही घर लौट गए। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं जारी रखी गई। आईएमए अध्यक्ष डा. आरएन सिंह ने बताया कि जिस समय कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के बीच चिकित्सकों ने अपनी जान पर खेलकर अपनी डयूटी कर रहे थे। उस वक्त ऐसा बयान देना और व्यंग्य करना उनके हौसले को तोड़ता है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक हेमंत कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में चिकित्सकों पर होने वाली हिसा को लेकर भी काफी रोष है। कई जगहों पर ऐसे मामले आए जब कोरोना मरीज के इलाज के दौरान चिकित्सकों पर मरीज के परिवारजनों ने हमला किया। बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के चिकित्सा विज्ञान, आधुनिक चिकित्सा पद्धति, कोविड टीकाकरण एवं शहीदों के प्रति दिए गए अपमानजनक बयान के साथ चिकित्सकों पर हिसा के खिलाफ ओपीडी बाधित करने का फैसला लिया था। सदर अस्पताल में मौके पर डॉ. सुषमा सिन्हा, डॉ. सैयद मेराज, डॉ. गिरिश, डॉ. हेमंत कुमार, डॉ. विनीत कुमार सिन्हा आदि हड़ताल पर मौजूद रहे।

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सदर अस्पताल से निराश होकर लौटे मरीज

सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रत्येक दिन करीब 100 से अधिक मरीजों को इलाज किया जाता है। ओपीडी सेवा ठप रहने से मरीज बिना इलाज के ही घर वापस घर लौट गए। इस दौरान मरीजों को काफी कठिनाईयों का समाना करना पड़ा। हलांकि, इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई थी।

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