बनते ही उखड़ गई हरनाटांड़ से कुनई को जोड़ने वाली मुख्य सड़क
बगहा। सरकार लोगों को अच्छी सड़क उपलब्ध कराने के लिए पानी की तरह पैसा बहाती है। लेकिन
बगहा। सरकार लोगों को अच्छी सड़क उपलब्ध कराने के लिए पानी की तरह पैसा बहाती है। लेकिन अफसर व ठेकेदार योजना पर ही पानी बहा देते हैं। ऐसा ही हाल हुआ है एफडीआर योजना अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग बिहार सरकार द्वारा पोषित परियोजना के तहत हरनाटांड़ से कुनई तक करीब तीन करोड़ रुपए की लागत से बनी सड़क का। हरनाटांड़ से बैरिया, सुंदरपुर, बरवा कला व तरुअनवा होते हुए कुनई तक को जोड़ने वाली 8.700 किमी की यह सड़क बनते ही गिट्टी, बोल्डर उखड़ने लगे। सड़क के निर्माण की योजना 2019 में बनी थी। जिसके निर्माण कार्य का जिम्मा मंझरिया शेख निवासी संवेदक राजेश कुमार को सौंपा गया। इसे वर्ष 2020 के जुलाई माह में ही पूरा करना था। लेकिन कार्य का प्रारंभ ही इस वर्ष के मार्च-अप्रैल में शुरू हुआ। लंबे इंतजार के बाद जैसे तैसे शुरू हुआ यह कार्य आनन फानन में ठेकेदार ने लीपापोती कर पूरा किया। ग्रामीणों का कहना है कि बनने के बाद एक सप्ताह में ही सड़क से परत दर परत मटेरियल उखड़ने लगे थे। ऐसे में आसानी से समझा जा सकता है कि करीब तीन करोड़ की लागत से बनी यह सड़क अनियमितता की भेंट चढ़ गई। गुणवत्ता को किया गया दरकिनार : काफी लंबे समय के बाद यहां की जर्जर सड़क का दोबारा कायाकल्प हुआ तो इस क्षेत्र से जुड़ने वाले दर्जनों गांवों के लोगों में हर्ष का ठिकाना नहीं रहा। करीब हजारों की आबादी हर दिन इस सड़क से होकर गुजरती है। जो जर्जरता भरे सड़क निजात पाकर खुश थे। लेकिन जब सड़क का निर्माण हुआ तो ठेकेदार ने गुणवत्ता को नजरअंदाज कर सड़क बना दी। पैसों का भुगतान भी हो चुका है। उधर ठेकेदार पैसे लेकर खिसका, इधर सड़क बिखर गई। गिट्टियां उभर आईं, जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। हल्की बारिश में भी यहां पानी जमा हो जाता है। ऐसे में सड़क की हालत देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिर्फ खानापूर्ति कर जैसे-तैसे सड़क बना दी गई। हालांकि 30 लाख की लागत से पांच वर्ष तक सामान्य अनुरक्षण हो सकेगा। बावजूद इसके संवेदक के द्वारा इसके मेंटेनेंस का कार्य नहीं कराया जा रहा। कहते हैं ग्रामीण .. इस सड़क की स्थिति देखकर कोई नहीं कहेगा कि पिछले साल ही इसका निर्माण हुआ है। इतने घटिया ढंग से सड़क बनाई गई है कि बनने के एक माह के अंदर ही इसके मैटेरियल उखड़ने लगे थे। सड़क बनाने के बाद ठेकेदार और अफसर इधर झांकने भी नहीं आए।
- रामनारायण मांझी, समाजसेवी सड़क तो बनते ही टूटने लगी थी। लेकिन इसका मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा। अभी हल्की बारिश हो रही है तो सड़क में बने गड्ढों में पानी जमा हो रहा है। बरसात का मौसम अभी पूरी तरह से आया भी नहीं है और सड़क इस हाल में पहुंच गई। लगातार बारिश हुई तो घटिया निर्माण के कारण यह सड़क गायब ही हो जाएगी।
- मुन्ना मोदनवाल, हरनाटांड़ संवेदक के द्वारा सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। समय पूरा होने से कुछ महीने पहले शुरू हुई निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। जिससे कुछ दिनों बाद ही परत दर परत सड़क उखड़ने लगी है। शीघ्र इसका मेंटेनेंस नहीं कराया गया तो इस बरसात में इसका आस्तित्व भी मिटने की आशंका है।
- सुशील मिश्रा, हरनाटांड़ सड़क एक साल के अंदर ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में तब्दील हो गया है। हालांकि इसके पांच साल तक का अनुरक्षण ठेकेदार को प्राप्त है। जिसके लिए 30 लाख रुपये की राशि दोबारा मिलेगी। लेकिन अभी तक इसका मेंटेनेंस का कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिससे परेशानी बढ़ रही है।
- राजन गुप्ता, युवा बैरिया खुर्द बयान : मेंटेनेंस के लिए भेजा जा रहा नोटिस : सड़क से मैटेरियल उखड़ रहा है, इस बात की जानकारी मिली है। सड़क का मेंटेनेंस जल्द करवाया जाएगा। संवेदक को इसके लिए नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस में जल्द से जल्द सड़क का मेंटेनेंस करने को कहा गया है। सड़क की स्थिति में जल्द ही सुधार कर लिया जाएगा। अगर समय पर सुधार नहीं होता तो संबंधित संवेदक पर कार्रवाई कराई जाएगी।
धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिकू सिंह
विधायक, वाल्मीकिनगर