हाथों की मेंहदी न सूखी थी, हत्यारों ने उजाड़ दिया सुहाग
बगहा। शुक्रवार की रात्रि हमले में मृत मो. इस्लाम की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। अभी मह
बगहा। शुक्रवार की रात्रि हमले में मृत मो. इस्लाम की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। अभी महज 40 दिन पूर्व ही उसकी शादी हुई थी। पत्नी के हाथों की मेंहदी सूखी भी न थी कि इस्लाम साथ छोड़ गया। पत्नी अफसाना का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक की मां नगमा खातून ने बताया कि इस्लाम परिवार का एक मात्र कमाऊ सदस्य था। अभी दो बहनों की शादी का जिम्मा भी उसी के कंधे पर था। यह सबकुछ होता, इससे पूर्व ही अपराधियों ने उसकी जान ले ली। इतना कहते कहते नगमा की आंखें नम हो गईं। घटना के दो दिन बाद रविवार को भी जोगिया गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था। लोगों के जबान पर यही बात है कि आखिर इतने सीधे-सादे लड़के ने किसी का क्या बिगाड़ा था। जिसके कारण उसकी जान चली गई। बता दें कि मृतक के पिता शटरिग का कार्य ठेके पर लेकर करते थे। बेटे में पढ़ाई की ललक देखकर तीन भाईयों में मंझले इस्लाम को पिता ने चंडीगढ़ के फरीदकोट में सिविल इंजीनियरिग की पढ़ाई करने भेजा। बेटा 2013 में डिप्लोमा कर वापस लौटा। पर, उसी वर्ष पिता का देहांत हो गया। जिसके बाद पिता के पुश्तैनी कार्य को संभालना पड़ा। तबसे वह इसी कार्य में जुड़ा था। इसी वर्ष 17 मई को उसकी शादी धूमधाम से की गई थी। पर, शायद नियति को कुछ और हीं मंजूर था। बता दें कि मृतक के सात बहनों में पांच बहनों की शादी हो चुकी है। जबकि दो बहनों की शादी अभी होनी है। जबकि घर खर्च व छोटे भाई की पढ़ाई भी उसी के कंधे पर था। उल्लेखनीय है कि देवराज क्षेत्र अपने अमन चैन के लिए जाना जाता है। इस तरह की घटना के बाद से जोगिया गांव के साथ अगल बगल के गांवों के लोग भी हतप्रभ हैं। इसका कारण यह है कि इस तरह की वरदात इस क्षेत्र में पहले देखने सुनने को नहीं मिला है।