धरा की हरियाली व सुरक्षा को पौधारोपण आवश्यक

बगहा। प्रकृति ईश्वर का दिया गया उपहार है। इससे छेड़छाड़ मानव जीवन के लिए कितना घातक ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:58 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:58 PM (IST)
धरा की हरियाली व सुरक्षा को पौधारोपण आवश्यक
धरा की हरियाली व सुरक्षा को पौधारोपण आवश्यक

बगहा। प्रकृति ईश्वर का दिया गया उपहार है। इससे छेड़छाड़ मानव जीवन के लिए कितना घातक है यह सभी को पता है। इसिलए प्रत्येक व्यक्ति के कंधे पर पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी है। दैनिक जागरण भी सामाजिक सरोकार के इस कार्य के लिए लोगों को समय समय पर जागरूक करता है। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण के लिए समाजसेवियों के साथ साथ विभिन्न संस्था के द्वारा लगातार पौधरोपण किया जाता रहा है। कोरोना काल के दौरान लोगों ने ऑक्सीजन की कमी को बखूबी देखा है। इसे देखते हुए लोग इस बात से आश्वस्त हुए हैं कि पेड़ पौधे हमारे लिए कितने आवश्यक हैं। पेड़-पौधों वाले जगहों पर ऑक्सीजन लेवल कितना बेहतर रहता है यह ग्रामीण परिवेश के लोगों को ही पता होगा। ऐसे में दैनिक जागरण के ''आओ रोपें अच्छे पौधें'' अभियान से जुड़कर देवरिया तरुअनवा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय ओजहिया ने शुक्रवार को पौधारोपण कर लोगों को जागरूक किया है। इस दौरान श्री ओजहिया ने बताया कि पेड़ पौधे धरती का गहना है और हरियाली उसका श्रृंगार है। धरती पर हरियाली बनी रहेगी तो जन जीवन में खुशहाली आएगी। यह तभी संभव है जब लोग पेड़ों की अंधाधुंध कटान पर रोक लगाए। मेरे द्वारा गांव में कमिटी बनाकर पेड़ों की सुरक्षा का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण का यह अभियान काफी सराहनीय है। जागरण हमेशा से ही सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों को करता रहा है। इस अभियान से जुड़कर मुझे काफी खुशी हो रही है। मेरा संकल्प है कि मैं लगातार पौधारोपण करूं व कराऊं तथा साथ ही उसका संरक्षण भी करूं। पौधारोपण को पर्व के रूप में मनाएं, दूर होगा संकट चौतरवा। अपर्णा सिंह उर्फ बहुरानी ने शनिवार को डुमरिया में आम के 11 पौधे लगाए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सभी को पौधारोपण को पर्व के रूप में मनाने का संकल्प लेना चाहिए। जिस प्रकार अन्य पर्व मनाते हैं, उसी प्रकार पौधारोपण का भी पर्व मनाने का संकल्प लें तो इससे बड़ा कोई पुण्य कार्य दूसरा नहीं हो सकता। पिछले वर्ष 2020 से अबतक महामारी कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी के कारण लाखों लोगों की जान जा चुकी है। पर्यावरण में ऑक्सीजन की आपूर्ति पौधे ही करते हैं। फिर बाढ़ की विभीषिका का सामना कर रहे हैं। एक मात्र पौधारोपण कर दोनों समस्याओं से निजात पा सकते हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण असंतुलन का खतरा उत्पन्न हो गया है। क्षेत्र के नारी समुदाय से भी उन्होंने अपील की कि आगे बढ़कर पौधारोपण करें।

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