तंबाकू है जानलेवा, अच्छी सेहत के लिए कहें ना..

बगहा। दुनिया भर में हर साल 31 मई को नो टोबैको डे यानी विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 10:23 PM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 10:23 PM (IST)
तंबाकू है जानलेवा, अच्छी सेहत के लिए कहें ना..
तंबाकू है जानलेवा, अच्छी सेहत के लिए कहें ना..

बगहा। दुनिया भर में हर साल 31 मई को नो टोबैको डे यानी विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)और उसके वैश्विक साझेदार तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस का आयोजन करते हैं। इस दिन सरकारी व गैर सरकारी संगठन के द्वारा जागरूकता फैलाने वाली कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रम में तंबाकू से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। आज के दिन सन 1987 से लगातार तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों के बारे मे सचेत करना है। लेकिन, मधुबनी प्रखंड में पीएचसी के द्वारा इस दिन किसी प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन नहीं होता है। पीएचसी के डॉक्टर अजीत कुमार ने बताया कि प्रतिदिन औसतन आधा दर्जन मरीज मुंह के इंफेक्शन का इलाज कराने आते हैं। लोगों में जागरूकता की कमी के कारण तंबाकू की लत नहीं छूट पा रही है। आजकल तंबाकू व धूम्रपान की लत सबसे अधिक युवा पीढ़ी में है। जिसका मुख्य कारण आम आदमी में जागरूकता नहीं है।

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तंबाकू सेवन से होने वाली प्रमुख बीमारियां--कैंसर-मुंह और फेफड़ों का कैंसर होना

-- फेफड़ों का खराब होना

-- दिल की बीमारी

-- आंखों से कम दिखना

-- मुंह से दुर्गंध आना

-- सीओपीडी

-- अस्थमा

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अस्थमा--यह बीमारी धूम्रपान की वजह से होने वाली प्रमुख बीमारी है। इस बीमारी से सांस लेने में तकलीफ होती है।अस्थमा बीमारी कई बार मौत की वजह बन जाती है।धूम्रपान करने से आदमी में डायबिटीज 2 का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

दिल की बीमारी(ह्रदय रोग)--तंबाकू व धूम्रपान की वजह से ह्रदय से जुडी बीमारियां होती है।धूम्रपान से रक्त में कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ जाती है।जिससे उच्च रक्तचाप की समस्या होने लगती हैं। कई बार इसके कारण हार्ट फेल हो जाता है।

सीओपीडी--यह एक फेफड़े की बीमारी होती है।इसमें भी सांस लेने में दिक्कत होती है।इस बीमारी में जरा सा सीढ़ी चढ़ने पर सांस फूलने लगता है

फेफड़े का कैंसर-- तंबाकू के सेवन से फेफड़े का कैंसर होता है।यह अन्य तरह के कैंसर के मुकाबले फेफड़े के कैंसर से सबसे ज्यादा मौतें होती है।अगर आप खैनी,तंबाकू या गुटखा का सेवन करते हैं तो इस लत को फौरन छोड़ दें।

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प्रतिबंध के बावजूद भी धड़ल्ले से बिक रहा है तंबाकू :-

धनहा थाना क्षेत्र के लगभग सभी ग्रामीण,चौक चौराहे के दुकानों पर पाबंदी के बावजूद भी तंबाकू की बिक्री जोर शोर पर है। लॉकडाउन में सभी दुकानें बंद रहती हैं। इसके बावजूद भी हर चौराहे पर या बाजार में तंबाकू की दुकान खुली रहती है। स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा या अंचलाधिकारी के द्वारा तंबाकू के बिहार में पाबंदी को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

----------------- तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को सबसे पहले फाइब्रोसिस होता है। उसके बाद वह अल्सर के रूप में बदल जाता है। जिसके बाद वह कैंसर का रूप धारण कर लेता है। तंबाकू के सेवन करने वाले लोगों को मुंह खोलने में भी दिक्कत होता है। तंबाकू या धूम्रपान का सेवन करने वाले व्यक्ति के दांत का रंग भी बदल जाता है। जिससे मसूड़े में सूजन और दर्द होने लगता है।

डॉ अजीत कुमार पीएचसी दहवा

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हम तंबाकू व गुटका का सेवन करते थे। कुछ सालों के बाद भोजन में दिक्कत होने लगी। मुंह नहीं खुल पा रहा था। जिसके बाद मैंने गुटका व तंबाकू छोड़ने की ठान ली। उसके बाद धीरे धीरे तीन महीना बाद काफी सुधार हुआ। उसके बाद से आज तक हमने कभी तंबाकू का सेवन नहीं किया।

दिलीप चौधरी, ग्रामीण, देवीपुर

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लंबे समय तक मैने तंबाकू का सेवन किया। जिसके बाद मुझे डायबिटीज की बीमारी हो गई। हमने डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने कहा कि आपको जो भी नशा की लत हैं उसे तत्काल छोड़ दें। हमने धीरे धीरे पान की जगह टॉफी, इलायची खा कर इस लत को छोड़ दिया। अम मैं खुद को काफी स्वस्थ महसूस करता हूं।

मोहन लाल ब्याहुत दवा विक्रेता

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