शिकार व पेड़ों के कटान को रोकने के लिए बढ़ी जंगल गश्त

बगहा। कोरोना को लेकर वीटीआर का पर्यटन सत्र फिलहाल बंद कर दिया गया है। वीटीआर में जंग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 12:03 AM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 12:03 AM (IST)
शिकार व पेड़ों के कटान को रोकने के लिए बढ़ी जंगल गश्त
शिकार व पेड़ों के कटान को रोकने के लिए बढ़ी जंगल गश्त

बगहा। कोरोना को लेकर वीटीआर का पर्यटन सत्र फिलहाल बंद कर दिया गया है। वीटीआर में जंगल सफारी बंद होने के साथ ही जंगलों से लकड़ी चोरी व शिकारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस लिये नेपाली लकड़ी माफियाओं शिकारियों और बाहरी तत्वों से वीटीआर को सुरक्षित रखने के लिए इरादे से इस बार हाईटेक गश्त चल रही है। जीपीएस आधारित इस गश्त की अगुवाई खुद वाल्मीकिनगर रेंजर महेश प्रसाद कर रहे हैं। वहीं टीम का विशेष ध्यान नेपाल बॉर्डर से सटे जंगल वाले इलाकों पर है।

स्मार्ट पेट्रोलिग की विशेषता :-

इस नए जीपीएस एवं एम स्ट्रिप सॉफ्टवेयर के जरिए गश्त पर सीधे नजर रखा जाता है। कौन सी टीम को किसी परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है। यह सॉफ्टवेयर के माध्यम से पता चल सकता है। टीम द्वारा एक दिन में कितना काम हुआ है, कितने किलो मीटर गश्त की गई। मैप के जीपीएस के माध्यम से दर्शाया जा सकता है। एम स्तरीय एक मैप आधारित सॉफ्टवेयर है। जिसे स्मार्टफोन पर भी चलाया जा सकता है। इस सॉफ्टवेयर में अलग-अलग टीमो की पेट्रोलिग दर्शाई जाती है। वही पेट्रोलिग के दौरान आने वाली के परेशानी के बाबत तत्काल अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। साथ ही किसी कठिन परिस्थिति में अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई जा सकती है। इतना ही नही पेट्रोलिग के दौरान किस जगह कौन सा जानवर दिखाई दिखाई दिया। इसका भी ब्यौरा फिड करने का ऑप्सन है। मुश्किल परिस्थितियों का कर रहे सामना :- इस पेट्रोलिग में वाल्मीकिनगर रेंजर खुद टीम की अगुवाई कर रहे है। उनका पूरा ध्यान नेपाल बॉर्डर से सटे जंगल की सुरक्षा पर है। वहीं हाथी के साथ पेट्रोलिग टीम को नदी-नालों और खराब रास्तो का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद टीम वीटीआर की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने दे रही है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नई-नई चीजों का इस्तेमाल हो रहा है। इसी क्रम में अब जीपीएस सिस्टम पर आधारित पेट्रोलिग की शुरुआत की गई है। नेपाल बॉर्डर की खुली सीमा से सटे जंगल में लकड़ी माफिया और शिकारियों की हरकत को रोकने के लिये आधुनिक तकनीक का प्रयोग जरूरी है। आने वाले समय मे वीटीआर में और भी बदलाव देखने को मिलेंगे। वीटीआर में लगातार गश्त जारी रखने का आदेश जारी किया गया है। गश्त में शामिल कर्मियों को सामाजिक दूरी बनाए रखने और कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन करने को कहा गया है। इसलिए वनकर्मी सैनिटाइज होकर जंगल में गश्त के लिए निकल रहे हैं।

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