प्राथमिक विद्यालयों में नही हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन

बेतिया। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से बंद प्राथमिक विद्यालयों को एक मार्च से ही खोल दिया गय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:07 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:07 PM (IST)
प्राथमिक विद्यालयों में नही हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन
प्राथमिक विद्यालयों में नही हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन

बेतिया। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से बंद प्राथमिक विद्यालयों को एक मार्च से ही खोल दिया गया है। लेकिन, मासूम बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन का पालन सरकारी स्कूलों में नहीं किया जा रहा है।

कोरोना महामारी के कारण करीब साल भर बाद पचास फीसद बच्चों की उपस्थिति के साथ स्कूल तो खुल गए लेकिन, महामारी से बचाव की प्रतिबद्धता की डोर इतनी कमजोर है कि कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। एक ओर निजी स्कूलों में थर्मल स्कैनर से जांच करने के बाद ही बच्चों व शिक्षकों को प्रवेश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में हैंड वाश की भी कमी है। सैनिटाइजर भी उपलब्ध नहीं है। जीविका के माध्यम से शिक्षा विभाग को प्रत्येक बच्चे के लिए दो-दो मास्क देना है, लेकिन यह नहीं दिया जा रहा। हालांकि, अभिभावक अपने बच्चों की चिता स्वयं कर रहे हैं। बच्चों को मास्क पहनाने के बाद ही स्कूल भेज रहे हैं। सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के बीच बैठने के मामले में पर्याप्त दूरी का प्रावधान लागू है, लेकिन हाथ धुलाई, साफ-सफाई आदि की लचर व्यवस्था पर नियंत्रण पाना जरूरी है । राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजेंद्र नगर बेतिया के प्रधानाध्यापक रथिन चंद्र दास ने बताया कि अभी तक हमलोगों को मास्क नहीं भेजा गया है। स्कूल को मास्क उपलब्ध होते ही बच्चों के बीच वितरित कर दिया जाएगा। घुसुकपुर मध्य विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका छाया कुमारी ने कहा कि बच्चे अपने घर से मास्क पहनकर आ रहे हैं। हमलोगों ने कक्षाओं को सैनिटाइज करवा दिया है। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने को चलेगा जागरूकता अभियान नौतन। कोरोना काल के बाद स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाना शिक्षकों के लिए चुनौती बन गई है। इसको लेकर विद्यालय के प्रधान शिक्षकों की जिम्मेवारी बढ़ गई है। विद्यालय में बच्चों की संख्या बढ़ाने को लेकर बीआरसी परिसर में प्रधान शिक्षकों की बैठक हुई।

अध्यक्षता करते हुए बीईओ अशोक कुमार ने कहा कि विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए गांव-गांव घूम कर अभिभावकों से अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। साथ ही शारीरिक दूरी बना स्कूल में छात्रों को बैठाएं। कोविड-19 से बचने के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन करना अनिवार्य है। मौके पर एचएम मुकेश कुमार गुप्ता, सुरेश बैठा, सुरेश राम, सुनील पासवान, तौकिर अहमद, सच्चिदानंद बैठा आदि मौजूद रहे।

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