बगहा की डॉ. साक्षी शालिनी को मिला हिदी सेवी सम्मान

चंपारण की बेटी डॉ. साक्षी शालिनी को बिहार हिदी साहित्य सम्मेलन पटना ने हिदी सेवी सम्मान दिया है। इससे चंपारण के लोग गौरवान्वित हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 11:23 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 11:23 PM (IST)
बगहा की डॉ. साक्षी शालिनी को मिला हिदी सेवी सम्मान
बगहा की डॉ. साक्षी शालिनी को मिला हिदी सेवी सम्मान

बेतिया। चंपारण की बेटी डॉ. साक्षी शालिनी को बिहार हिदी साहित्य सम्मेलन पटना ने हिदी सेवी सम्मान दिया है। इससे चंपारण के लोग गौरवान्वित हुए हैं। यह सम्मान डॉ. साक्षी को हिदी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवा करने वाली कवयित्री, लेखिका एवं शिक्षाविद डॉ. ललितांशुमयी स्मृति हिदी सेवी सम्मान 20 20 बिहार हिदी साहित्य सम्मेलन पटना द्वारा आचार्य रंजन सूर्य देव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में दिया गया। बिहार हिदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने डा. साझी को अंग वस्त्र और सम्मान पत्र दिया। डॉ. अनिल सुलभ ने इस अवसर पर डॉ. साक्षी शालिनी के साहित्यिक अवदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि डॉ. साक्षी ने डॉ.कुसुम मेघवाल के साहित्य में दलित विमर्श विषय पर उत्कृष्ट शोध कार्य कर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। साथ ही डॉ. साक्षी का दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, विभिन्न साहित्यकारों एवं साहित्यिक विधाओं पर डेढ़ दर्जन से अधिक शोध आलेख प्रकाशित है। सम्मान प्राप्ति के बाद डॉ. साक्षी शालिनी ने बताया कि वह पश्चिम चंपारण के थाना बथवरिया के एक छोटे से गांव मानपुर मठिया की निवासी हैं। उनके पिता विध्यवासिनी पांडेय एक किसान हैं और माता शांति देवी गृहिणी हैं। पढ़ने और अपने जीवन में कुछ करने की प्रेरणा डॉ. साक्षी को उनके भाई बबलू पांडेय उर्फ शैशव प्रियंकर से प्राप्त हुई। बबलू पांडे बीटेक होते हुए भी नौकरी नहीं कर सके और खुद के व्यवसाय में लग गए। नौकरी करने के सपने को वे अपनी छोटी बहन डॉ. साक्षी शालिनी के माध्यम से पूरा करना चाहते थे । इसलिए वे बहन को जीवन में आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करते रहे। डॉ. साक्षी की बड़ी बहन श्वेता मिश्रा ने बताया कि साक्षी की सफलता से न सिर्फ उनका परिवार एवं गांव - जवार , बल्कि पूरा चंपारण गौरवान्वित है।

chat bot
आपका साथी