20 साल बाद खुली फाइल, जेल में ही रहेगा हत्यारोपित

बेतिया। नौतन थाना क्षेत्र में हत्या के एक मामले में 20 साल से दबी फाइल ऊपर आ गई है। पुलिस अधीक्ष्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 12:13 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:13 AM (IST)
20 साल बाद खुली फाइल, जेल में ही रहेगा हत्यारोपित
20 साल बाद खुली फाइल, जेल में ही रहेगा हत्यारोपित

बेतिया। नौतन थाना क्षेत्र में हत्या के एक मामले में 20 साल से दबी फाइल ऊपर आ गई है। पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा को जैसे ही मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने पूरे मामले की जांच कराई। जांच में मामला सत्य पाए जाने पर एसपी के निर्देश के बाद नौतन पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी ने बताया कि नौतन थाना के 20 साल पुराने हत्या के एक मामले में, जिसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई थी,वह फरार था। पुराना केस अभी तक डिस्पोजल नहीं हुआ है। उसके खिलाफ मिली जानकारी का सत्यापन कराया गया। सत्यापन के दौरान पता चला कि नौतन थाना में उसके खिलाफ रेड वारंट पड़ा हुआ है। इसके आधार पर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है।

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क्या है मामला

बता दें कि 3 अक्टूबर 2001 को नौतन थाना क्षेत्र के बरियारपुर निवासी पन्नालाल यादव मंगलपुर से बाजार कर शाम को घर लौट रहा था। इसी दौरान गोली मार उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पन्नालाल के बड़े भाई हीरालाल यादव ने नौतन थाना में कैलाश यादव, शिवमंगल यादव, परशुराम यादव, विश्वनाथ यादव, कन्हैया यादव, सिपाही यादव सहित सात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में तीन लोग जेल गए थे। फरारी की स्थिति में विश्वनाथ यादव के खिलाफ रेड वारंट निर्गत हुआ था। लेकिन यह मामला फाइलों में दबकर रह गया था। हालांकि वर्ष 2020 में विश्वनाथ यादव मुफस्सिल थाना के महिला उत्पीड़न के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल जेल में है।

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ऑनलाइन होने के बाद नहीं दब पाएंगे मामले

एसपी ने बताया कि पुलिस महकमे में व्यापक पैमाने पर आधुनिकीकरण का काम चल रहा है। धीरे-धीरे सब कुछ ऑनलाइन किया जा रहा है। कई बार पुराने मामले होने के कारण नए थानेदारों को पूरे मामले की जानकारी नहीं हो पाती है। लेकिन अब धीरे-धीरे सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है। सब कुछ ऑनलाइन हो जाने के बाद कोई मामले दब नहीं पाएंगे।

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