नदियों के जलस्तर कम होने से तटवर्ती गांवों में राहत

बगहा। मानसून की बारिश शुरू है। बीते 15 जून से ही नगर के साथ रामनगर प्रखंड में कभी रुककर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:27 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:27 PM (IST)
नदियों के जलस्तर कम होने से तटवर्ती गांवों में राहत
नदियों के जलस्तर कम होने से तटवर्ती गांवों में राहत

बगहा। मानसून की बारिश शुरू है। बीते 15 जून से ही नगर के साथ रामनगर प्रखंड में कभी रुककर तो, कभी जोरदार बारिश हो रही है। बारिश के बाद प्रखंड की सभी नदियां अपने उफान पर थी। कई तटवर्ती गांवों में दबाव बना तो, कुछ गांव के लोगों को ऊंची जगहों पर शरण लेना पड़ा। वहीं कई जगह सड़कों का कटाव हो गया। बारिश का कहर पहले से कम हो गया है। जिससे तटवर्ती गांवों को राहत मिल गई है। पर, खेतों में बारिश के पानी का अच्छा खासा जलजमाव हो गया है। जिसका पानी अभी निकला नहीं है। धान की रोपनी जिन खेतों में करनी है। उसके लिए तो, जलजमाव को ठीक माना जा रहा है। पर, सब्जी व गन्ने के खेतों में जलजमाव के कारण इन फसलों पर बारिश का पानी आफत बना हुआ है। इधर खेतों से पानी निकला भी नहीं है। उधर बारिश का अलर्ट फिर से जारी हो गया है। जिससे किसान अधिक चितित दिख रहे हैं। ---------------------- इन गांवों में थी परेशानी, सभी नदियां खतरे के निशान से काफी नीचे ---------------------- बता दें कि प्रखंड से मसान, हरहा, कापन, सुखौड़ा, रघिया, सिगहा, भलुई, ढोंगही आदि नदियां गुजरती हैं। बारिश के बाद इन नदियों में उफान आ जाता है। जबकि बारिश छूटते ही कुछ घंटे में स्थिति सामान्य हो जाती है। इस बार भी वही हुआ था। नदियों का जलस्तर अब सामान्य हो गया है। पर, इससे कई गांव प्रभावित हुए हैं। इसमें दोन के गोबरहिया, भुअरहवा, गर्दी, चंपापुर के अलावा अवरहिया, इमरती कटहरवा, हरिहरपुर के साथ महुई, सेरहवा आदि गांव शामिल है। इसमें से सेरहवा व दोन के गोबरहिया, भुगअरहवा आदि गांव के लोगों को गांव छोड़कर ऊंचे स्थलों पर शरण लेनी पड़ी थी। पर, अब स्थिति ठीक होने पर लोगों के घरों से पानी निकल गया है। साथ हीं ग्रामीण वापस लौट आए हैं। ---------------- नगर से गांव तक जनजीवन अस्त व्यस्त, सड़कों पर जलजमाव का दिख रहा नजारा ----------------- बारिश के कारण नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी जन जीवन अस्त व्यस्त हुआ है। बारिश से लोग घर पर ही रह रहे हैं। हालांकि नगर में सड़कों के गड्ढों में जलजमाव के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है। नगर से होकर गुजरने वाली रामरेखा नदी से चौरसिया नगर व कुरैशी टोला के साथ जोलहा टोली व रतनपुरवा में थोड़ी समस्या हुई थी। पर, किसी दुकान में पानी घुसने की बात सामने नहीं आई है। हालांकि बिजली को लेकर अभी तक कहीं से किसी तरह की समस्या की बात सामने नहीं आई है। ------------------ कहते हैं किसान ---------------- सिलवटिया के गिरेन्द्र दुबे का कहना है कि जलजमाव के कारण कई किसानों के गन्ने की फसल खराब होने की संभावना बढ़ गई है। इधर विनोद प्रसाद का कहना है कि धान के बिचड़े तैयार होने के लिए बीज गिराया था। पर, जलजमाव के कारण सभी खराब हो गए हैं। सब्जी की खेती से जुड़े मोख्तार साईं बताते हैं कि भिडी, खीरा के साथ अन्य सब्जी के फसल बारिश से खराब हो गए हैं। ---------------- बयान : बारिश से हुए फसलों के नुकसान का आकलन कृषि कर्मियों के माध्यम से कराया जा रहा है। किसानों के लिए अगर इससे संबंधित कोई योजना आती है तो, उसका लाभ दिया जाएगा। प्रदीप तिवारी, प्रभारी बीएओ

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