बगहा में संबद्धता जांच को पहुंचे डीईओ, गायब मिले शिक्षक व कर्मी

डा. भीमराव आंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झरहरवा वाल्मीकिनगर की संबद्धता हेतु जांच के लिए पहुंचे जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार विमल को बैरंग वापस लौटना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 01:17 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 01:17 AM (IST)
बगहा में संबद्धता जांच को पहुंचे डीईओ, गायब मिले शिक्षक व कर्मी
बगहा में संबद्धता जांच को पहुंचे डीईओ, गायब मिले शिक्षक व कर्मी

बगहा । डा. भीमराव आंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झरहरवा, वाल्मीकिनगर की संबद्धता हेतु जांच के लिए पहुंचे जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार विमल को बैरंग वापस लौटना पड़ा। बगहा दो बीईओ जनार्दन प्रसाद निराला और बीआरपी शैलेंद्र कुमार के साथ डीईओ उक्त माध्यमिक विद्यालय में उपलब्ध संसाधनों, शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मियों तथा शिक्षण कार्य की अद्यतन स्थिति की समीक्षा को पहुंचे थे। लेकिन, विद्यालय में कोई भी शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मी नहीं मिला। जिसके कारण संबद्धता हेतु प्रस्तावित जांच प्रक्रिया अधूरी रह गई। इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए डीईओ श्री विमल ने कहा कि पूर्व से सूचना दिए जाने के बावजूद किसी की उपस्थिति नहीं हुई। इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट विभाग को प्रेषित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि उक्त माध्यमिक विद्यालय सुदूरवर्ती इलाके में अवस्थित है। जिसकी संबद्धता विभाग के द्वारा प्रदान की जानी है।

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बच्चों के बीच वितरित होगा एमडीएम का चावल :-

माध्यमिक विद्यालय से निरीक्षण के उपरांत डीईओ श्री विमल बगहा एक प्रखंड के धर्मक्ता पहुंचे। यहां उन्होंने एमडीएम मद में आवंटित चावल के उठाव और रख-रखाव की समीक्षा की। बताया कि प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में फिलहाल कोरोना संकट के कारण पठन-पाठन स्थगित है। लेकिन, विभागीय निर्देशानुसार एमडीएम मद में आवंटित चावल का वितरण बच्चों के बीच किया जाना है। अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी देखरेख में वितरण सुनिश्चित कराएं। इसमें किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर कार्रवाई तय है। पहले निरस्त का लेटर, बाद में जारी कर दिया नियुक्ति पत्र

मधुबनी प्रखंड में 12 जुलाई को हुई शिक्षक काउंसिलिग में बहुत बड़ा खेल उजागर हुआ है। कुछ अभ्यर्थियों के द्वारा शिकायत की गई है कि मधुबनी प्रखंड के ही मधुबनी पंचायत में धन उगाही कर क्रमांक 24 को छोड़कर क्रमांक 38 को नियुक्त कर दिया।

अभ्यर्थी अभिषेक कुमार व रमायन गोड़ द्वारा इस गड़बड़ी को लेकर तत्कालीन बीडीओ विनय कुमार सिंह से शिकायत की थी। बीडीओ ने सीओ मधुबनी रंजीत कुमार से जांच की बात कही। अभ्यर्थियों के द्वारा सीओ रंजीत कुमार को काउंसिलिग में हुई सभी गड़बड़ी को अवगत कराया। शिक्षक काउंसिलिग में नियुक्त दंडाधिकारी ने जांच की। जांच में घोर अनियमितता मिली। तत्कालीन सीओ रंजीत कुमार व मधुबनी बीईओ ने संयुक्त रूप से आदेश दिया कि मधुबनी पंचायत की काउंसिलिग रद की जाए। जिस पर रद करने की प्रक्रिया शुरू की गई। विभाग के द्वारा रद के लिए चिट्ठी भी जारी कर दिया गया था। आरोप लगाए अभ्यर्थियों के द्वारा शिक्षक काउंसिलिग रद्द करने की वीडियोग्राफी की गई।। बावजूद उसी अभ्यर्थी की नियुक्ति कर जिला शिक्षा अधिकारी के यहां एनआइसी पर शिक्षक नियुक्ति की लिस्ट अपलोड के लिए चिट्ठी जारी कर दी गई। इस संबंध में बीडीओ राजेश भूषण का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर लापरवाही की गई होगी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी

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