या अल्लाह-दुआ कबूल करो, संसार को इस महामारी ने निजात दे दो..

बगहा। या अल्लाह विगत साल भी हम लोगों ने एक माह रोजा रखने के बाद घर से ही ईद की नमाज अदा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:09 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:09 AM (IST)
या अल्लाह-दुआ कबूल करो, संसार को इस महामारी ने निजात दे दो..
या अल्लाह-दुआ कबूल करो, संसार को इस महामारी ने निजात दे दो..

बगहा। या अल्लाह विगत साल भी हम लोगों ने एक माह रोजा रखने के बाद घर से ही ईद की नमाज अदा की। इस साल भी कोरोना महामारी ने हमें विवश कर दिया है। इंसानों को इस कहर से बचा लो, हम लोगों के रमजान की रोजा और इबादत को कबूल करते हुए इस महामारी से सभी को निजात दे दो।

मुफ्ती ग्यासुद्दीन कासमी की आंखों में ईद की नमाज अदा कराते वक्त आंसू थे। उनके साथ नमाजियों ने अल्लाह से जगत की सुरक्षा की दुआ मांगी। नगर के मस्तान टोला वार्ड 24 में सभापति प्रतिनिधि फिरेाज आलम के घर पर भी नमाज अदा की गई। इसके साथ मस्जिदों में ईद की नमाज में सभी ने कोरोना समाप्त करने की अरदास रब से लगाई। बुधवारी टोला , ईदगाह मोहल्ला, पंवरिया टोला, रत्नमाला आदि में बच्चों ने ईद की नमाज अदा करते हुए अल्लाह से दुआ किया कि कोविड महामारी को समाप्त कर दो, ताकि हम लोग अपने सगे, संबंधियों, मित्रों के साथ ईद की खुशी मना सकें व स्कूल जा सकें। नगर सहित क्षेत्र में सभी जगह ईद की नमाज पूरी सादगी के साथ अदा की। कहीं मेले का आयोजन नहीं हुआ। सभी अपने अपने घरों में ही ईद को मनाते हुए एक दूसरे को मोबाइल से मुबारकबाद देते रहे। दूसरी ओर सभी चौक, चौराहों, ईदगाहों, मस्जिदों पर भारी संख्या में पुलिस जवान दंडाधिकारियों के नेतृत्व में मुस्तैद रहे। वहीं पुलिस अधिकारी सुरेश कुमार यादव समेत अन्य नगर थानाध्यक्ष आनंद कुमार के नेतृत्व में भ्रमणशील रहे। लॉकडाउन के बीच मनाई गई ईद, लोगों ने घर पर पढ़ी नमाज वाल्मीकिनगर। कोरोना महामारी के बीच ईद उल फितर थाना क्षेत्र में सादगी से मनाया गया। न मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ी गई और न ही लोग मिलने एक दूसरे के घर गए। लॉकडाउन के चलते धार्मिक कार्यक्रमों व भीड़ भाड़ वाली जगह पर आयोजनों पर पाबंदी है। ऐसे में लोगों ने अपने घरों में ही ईद की नमाज पढ़कर मुल्क की तरक्की और कोरोना वायरस से मुक्ति की दुआ मांगी। शांति व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस टीम मुस्तैद रही। लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ घरों में नमाज अदा कर मुल्क की तरक्की व अमन चैन की दुआ मांगी। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए अधिकांश लोगों ने गले मिलने के बजाय दूर से एक दूसरे को पर्व की बधाई दी।

लॉकडाउन के चलते लोग अपने घरों में ही कैद रह गए। ईद पर नए कपड़े पहनने का रिवाज है लेकिन इस बार लोगों ने पुराने कपड़ों में ही नमाज अदा की और कोरोना से मुक्ति की दुआ मांगी। विजयपुर मस्जिद के इमाम निसार अहमद ने सभी को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा सभी लोग लॉक डाउन का पालन करें।

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