एक वर्ष के अंदर चंपारण बन जाएगा पर्यटन का हब

बेतिया। बिहार में चंपारण की ऐतिहासिक धरती पर आने वाले एक वर्ष के अंदर पर्यटन का हब होगा। पर्यटकों को यहां जंगल सफारी के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन का भी आनंद मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:40 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:40 PM (IST)
एक वर्ष के अंदर चंपारण बन जाएगा पर्यटन का हब
एक वर्ष के अंदर चंपारण बन जाएगा पर्यटन का हब

बेतिया। बिहार में चंपारण की ऐतिहासिक धरती पर आने वाले एक वर्ष के अंदर पर्यटन का हब होगा। पर्यटकों को यहां जंगल सफारी के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन का भी आनंद मिलेगा। चंपारण के धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का एक विशेष सर्किट होगा। जहां यूपी, नेपाल व देश के अन्य प्रांतों से आने वाले पर्यटकों को विशेष अनुभूति होगी। बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री नारायण साह ने बताया कि धार्मिक स्थलों को पर्यटन से जोड़ने की परियोजना स्वीकृत हो चुकी है।

फिलहाल 33 करोड़ की लागत से चंपारण सर्किट के कुछेक धार्मिक स्थल एवं अमवामन को पर्यटन विकास से जोड़ने की योजना की स्वीकृति बिहार सरकार के वित्त विभाग से भी मिल चुकी है। इसमें रोडमैप के अनुसार चार योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। शीघ्र हीं टेंडर की प्रक्रिया आरंभ होगी। शेष योजनाओं पर विभाग विचार कर रहा है। इस दिशा में भी जल्द निर्णय होगा। ऐतिहासिक दुर्गाबाग मंदिर का होगा कायाकल्प

मंत्री के प्रयास से ऐतिहासिक दुर्गाबाग मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए करीब 6.17 करोड़ की योजना की स्वीकृति मिली है। इससे मंदिर परिसर में पर्यटकों के लिए बैठने व बाउंड्री आदि कराने की योजना है। इसमें प्रथम किस्त की राशि एक करोड़ की निकासी एवं व्ययन करने का आदेश वित्त विभाग ने भी दिया है। बेतियाराज के इस मंदिर के विकास की योजना को स्वीकृति मिलने से लोगों में काफी प्रसन्नता है।

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पूजहा- पटजिरवा माई स्थान पहुंचेंगे पर्यटक

सिद्धपीठ पूजहा - पटजिरवा माई स्थान को चंपारण सर्किट से जोड़ने का प्रयास मंत्री ने किया है। पर्यटन के रूप में इस देवी स्थान को विकसित करने की योजना को स्वीकृति मिल गई है। करीब 06. 75 लाख की लागत से यहां पर्यटन विकास का कार्य कराया जाएगा। यह देवी स्थान जिले में सिद्धपीठ है। यहां यूपी एवं बिहार कि विभिन्न जिलों के श्रद्धालु प्रति वर्ष नवरात्र में पूजा - अर्चना के लिए आते हैं।

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खड़्डा माई स्थान के विकास को मंजूरी

जिले के प्रख्यात देवी स्थानों में खड्डा माई स्थान का काफी महत्व है। नौतन विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले इस स्थान से बिहार के पर्यटन मंत्री का भी गहरा जुड़ाव है। इस स्थान को भी चंपारण सर्किट से जोड़ने की योजना है।

करीब 05.46 करोड़ की लागत से इस स्थान परिसर में पर्यटन विकास का कार्य कराया जाएगा। इसकी वित्तीय स्वीकृति विभाग की ओर से मिल चुकी है।

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अमवामन की बदली किस्मत

जिले के प्रवेश द्वार के रूप में पर्यटकों को अमवामन आनंद से सराबोर करेगा। करीब 14.61 करोड़ की लागत से अमवामन को विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग की योजना को स्वीकृति मिल गई है। बेकार पड़े इस मन को पर्यटन से जोड़ने के लिए चल रहे प्रयास को पर्यटन विभाग की स्वीकृति मिलने से लोग काफी उत्साहित हैं। यहां बेरोजगारों के लिए रोजगार सृजन भी है।

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