बाढ़ पीड़ितों की अनदेखी करने से नाराज ग्रामीणों किया प्रदर्शन
लगातार बाढ़ का कहर झेल रहे सुंदरगांवा के ग्रामीण मंगलवार को प्रशासन के विरोध में खड़े हो गए। सरगटिया पंचायत के निवासी व सिकरहना नदी किनारे बसे लोग प्रशासनिक अनदेखी से काफी नाराज है।
बेतिया । लगातार बाढ़ का कहर झेल रहे सुंदरगांवा के ग्रामीण मंगलवार को प्रशासन के विरोध में खड़े हो गए। सरगटिया पंचायत के निवासी व सिकरहना नदी किनारे बसे लोग प्रशासनिक अनदेखी से काफी नाराज है। ग्रामीण उमेश पंडित के नेतृत्व में चारों तरफ से बाढ़ में टिले पर खड़ा होकर अपना दर्द बयान किया है। ग्रामीणों में छोटेलाल साह, बुधन साह, माधव शर्मा, केशवलाल साह, सिकंदर साह, मोतीचंद पंडित, ललन साह, धर्मेन्द्र ठाकुर, हीरामन साह, वीरेन्द्र पंडित आदि ने विधानसभा सभा चुनाव में मतदान नहीं करने तक की चुनौती दी। ग्रामीणों ने कहा कि इधर लगातार पांच दिनों से हजारों लोग बाढ़ में घिरे हुए हैं। गांव से निकलने का कहीं रास्ता नहीं है। लोग सूखी रोटी चबाकर समय काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन के कोई अधिकारी राहत पैकेट देना तो दूर हालचाल जानने तक नहीं आए। इसके पहले भी लगातार आठ दिनों तक सुंदरगांवा समेत मगलहिया, विरईठ आदि दर्जनों गांव सिकरहना नदी के बाढ़ से घीरे थे। उस समय भी बाढ़ राहत का मिलने वाला छह हजार रुपये व फूड पैकेट तक नहीं मिले। तत्कालीन सीओ धर्मेन्द्र प्रसाद गुप्ता सिर्फ महेशडा में फूड पैकेज का वितरण कर कागजी खानापूर्ति कर चले गए। सुंदरगांवा के तरफ वे नजर करना भी मुनासिब नहीं समझे। ग्रामीणों ने इस बार के विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है।