स्थायी बस स्टैंड के लिए जमीन ढूंढने में जुटा प्रशासनिक महकमा, राय आमंत्रित
बगहा । शहर में सड़कों किनारे बसें ऑटो समेत अन्य वाहन खड़े न हो इसके लिए स्थायी पड़ाव की जरूरत है। एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिया है।
बगहा । शहर में सड़कों किनारे बसें, ऑटो समेत अन्य वाहन खड़े न हो, इसके लिए स्थायी पड़ाव की जरूरत है। एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिया है। भूमि के अभाव में नगर परिषद की स्थापना के पांच दशक के बाद भी स्थायी स्टैंड का निर्धारण नहीं हो सका। इसलिए सर्वप्रथम बगहा एक व दो में स्टैंड के लिए भूमि चयनित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। एसडीएम ने नगरवासियों से भी इस दिशा में राय आमंत्रित किया है। नगर के जागरूक लोग अपनी राय वाट्सएप मैसेज के माध्यम से साझा कर सकते हैं। बता दें कि बीते करीब एक दशक से आधा दर्जन से अधिक अधिकारी इस दिशा में प्रयास कर चुके हैं। लेकिन, भूमि के अभाव में प्रयास फलीभूत नहीं हो सके। पहली बार किसी अधिकारी ने नगरवासियों से राय आमंत्रित किया है। उल्लेखनीय है कि नगर में रेलवे की पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। लेकिन, रेलवे से भूमि हस्तांतरण की पेचीदा प्रक्रिया के कारण इस भूखंड पर स्टैंड का निर्धारण संभव नहीं है। बगहा दो में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी होना है। जिसके कारण रेलवे स्टेशन रोड में आगे स्टैंड के निर्धारण से आवागमन की समस्या उत्पन्न होगी। सीओ व सिटी मैनेजर को जवाबदेही :-
बगहा एक में भूमि चिन्हित करने की जवाबदेही एसडीएम ने बगहा एक सीओ और नगर परिषद के सिटी मैनेजर को सौंपा है। इससे पूर्व बगहा एक बीआरसी के समीप ऑटो स्टैंड का निर्धारण किया गया था। लेकिन, अधिकारियों की लापरवाही और चालकों की मनमानी के कारण आज भी स्टैंड पर वाहन खड़ी नहीं होते। बगहा एक स्टेट बैंक चौराहे से लेकर अस्पताल गेट तक सड़क के दोनों किनारों पर वाहन खड़ी होते। कुछ ऐसा ही हाल बगहा दो का भी है। एनएच के दोनों किनारों पर वाहन रुकते हैं। जिसके कारण पूरे दिन लोगों को जाम की समस्या से निपटना पड़ता है। बगहा दो में भूमि चिन्हित करने के लिए सीओ राजीव रंजन श्रीवास्तव को जवाबदेही सौंपी गई है। शास्त्रीनगर में गंडक की पेटी में खाली पड़ी है 40 एकड़ जमीन :-
नगर के शास्त्रीनगर में एनएच के किनारे गंडक नदी की पेटी में 40 एकड़ से अधिक जमीन खाली पड़ी है। इस भूमि से विस्थापित परिवारों को बगहा दो के नयागांव रामपुर पंचायत स्थित नीतीश नगर में करीब एक दशक पूर्व बसाया जा चुका है। नदी की धारा बदलने के बाद जमीन खाली हुई तो स्थानीय लोगों ने इसपर खेती-बारी शुरू कर दी। करीब तीन साल पूर्व तत्कालीन एसडीएम के आदेश पर उक्त भूखंड पर लगी गन्ने की फसल को जब्त कर लिया गया था। बाद में इसी भूखंड पर बस स्टैंड के निर्धारण की बात चली, लेकिन यह मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में है। बयान :-
बस व ऑटो स्टैंड के लिए भूमि चिन्हित की जा रही है। नगरवासियों को जल्द ही इस समस्या से स्थायी रूप से मुक्ति मिल जाएगी। बगह एक व दो सीओ तथा सिटी मैनेजर को भूमि चिन्हित करने का टास्क सौंपा गया है।
दीपक कुमार मिश्रा, एसडीएम, बगहा।