अतिक्रमणकारियों के हौसले के सामने प्रशासन की पहल बौनी

बेतिया। शहर में अतिक्रमण का जाल चहुओर बिछा हुआ है। सरकारी महकमा के आसपास भी अतिक्रमण का खेल खेला जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Sep 2019 11:59 PM (IST) Updated:Tue, 10 Sep 2019 06:35 AM (IST)
अतिक्रमणकारियों के हौसले के सामने प्रशासन की पहल बौनी
अतिक्रमणकारियों के हौसले के सामने प्रशासन की पहल बौनी

बेतिया। शहर में अतिक्रमण का जाल चहुओर बिछा हुआ है। सरकारी महकमा के आसपास भी अतिक्रमण का खेल खेला जा रहा है। आलाअधिकारी की चुपी अतिक्रमणकारियों के हौसला को बुलंद करने के लिए काफी है। प्रशासन लाचार बनने की दिखावा कर रही है। इसके पीछे का राज कुछ और ही इशारा कर रहा हैं। नहीं तो जहां से होकर जिले के आला अधिकारी गुजरते हो, भला वहां कैसे अतिक्रमण का खेल हो सकता है। यह सवाल लोगों के जेहन में बार बार क्रौध रहा है। बहरहाल पर्दे के पीछे चाहे, जो हो लेकिन अतिक्रमणकारियों की हालत यह हैं कि जिसको जहां मर्जी वाहन व ठेला लगा दे रहे है और नियमों की अनदेखी करने में उनकी तनीक भी हिचक नहीं हो रही है। ़फुटपाती दुकानदार को सड़क पर स्थापित करने में नप कर्मियों की मिली भगत पड़ताल में उभर कर आ रही है। दबी जुबान से दुकान लगाने के एवज में मोटी रकम लेने की बात सामने आ रही है। अतिक्रमण के चलते सड़क कराह रही हैं!करीब -करीब सभी महत्वपूर्ण हिस्सों में अतिक्रमणकारी हावी हैं। सड़क व नाला का अधिकांश भाग अतिक्रमण के चपेट में है। लोग सड़क पर बेखौफ वाहन पार्किग करने में थोड़ी भी हिचक नहीं करते हैं! नतीजतन आए दिन लोगों को जाम का सामना करना पड़ता हैं! ऐसा नहीं हैं कि शासन प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं चलाया जाता है। शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन व नगर प्रशासन की ओर से लगातार अभियान चलाया जाता है। सड़क व नाला को अतिक्रमण मुक्त भी किया जाता है,लेकिन फालोअप नहीं करने के चलते अतिक्रमण कारी पुन: काबिज हो जातें हैं।

इनसेट

एक नजर में अतिक्रमण

वैसे तो शहर के करीब-करीब सभी प्रमुख मार्ग अतिक्रमण की चपेट में हैं, लेकिन एनएच 727का सर्विस लेन, हरिवटिका चौक से बस स्टैंड, समहरणालय चौक होते हुए तीन लालटेन लालबजार, हजारी मल धर्मशाला, भारतजलपान होटल रोड, सोआबाबू चौक से पावर हॉउस चौक होते हुए पुराना बस स्टैंड सर्किट हॉउस आईटीआई चौक, संतकबीर चौक से मीना बजार ट्रैफिक चौक, सब्जी बजार, खुदाबख्स चौक, हॉस्पिटल रोड,मित्राचौक, कोतवाली चौक, से इलमराम चौक, नाजनीन चौक, राजगुरु चौक से कालीबाग चौक आदि शहर की प्रमुख सड़कें अतिक्रमण की चपेट में हैं।

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अतिक्रमण हटाओ अभियान एक नजर में

बेतिया : विगत दो माह से जिला प्रशासन व नगर प्रशासन शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है। इस क्रम में हरिवाटिका चौक से मुहर्रम चौक, हवाई अडडा से आईटीआई चौक के अलावा सोआबाबू चौक से अवतिका चौक, मीनबजार ट्रैफिक चौक, खुदाबख्स चौक, हॉस्पिटल रोड, नाजनीन चौक, इलमराम चौक, तीन लालटेन चौक से चिकटोली होते हुए द्वारदेवी चौक के रास्ते छावनी तक एवं स्टेशन चौक का अतिक्रमण हटाया गया। लेकिन इन सभी जगहों पर अतिक्रमणकारी पुन: काबिज हो गए हैं!

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अतिक्रमण से इतिहास के वजूद पर मंडरा रहा खतरा

बेतिया : शहर के कई ऐतिहासिक स्थलों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। अतिक्रमणकारी इन स्थानों पर बहुमंजिला इमारत तक बना लिए हैं। हालत यह हो गई है कि ऐतिहासिक वजूद पर खतरा मंडरा रहा है। शहर के गांधी बाजार परिसर को दर्जनों अतिक्रमणकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। बरसो से घर बनाकर उसमें रह रहे हैं। नगर प्रशासन कई बार इसको खाली कराने के लिए नोटिस भेजी है। दूसरी ओर छोटा रमना का अस्तित्व भी समाप्त हो रहा है। विगत दिनों सीओ के द्वारा जांच के दौरान प्लॉटिग कर बेचने का खुलासा किया गया। गांधी बाजार वह छोटा रमना का इतिहास आजादी से जुड़ा हुआ है। अगर अतिक्रमण का यही हाल रहा, तो ऐतिहासिक स्थलों के वजूद मिटने में देरी नहीं लगेगी।

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फाइलों में सिमटा एनएच पर करवाई का आदेश

बेतिया : विगत जुलाई माह में जिलाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने स्वयं सड़क पर उतर कर ताबड़तोड़ करवाई की थी! स्टेशन चौक के आस पास अवैध पार्किंग करने वाले दर्जनों वाहनों पर आर्थिक दंड लगाया गया था। तभी डीएम ने नप को आदेश दिया कि नगर परिषद दो टीम गठित कर प्रतिदिन करवाई करें!टीम का गठन भी हुआ। वैसे डीएम का दर्जनों आदेश अतिक्रमण से जुड़े फाइलों में धूल फांक रहे हैं। यूं कहे कि नप के खेल में जिले के आला अधिकारी भी फेल हैं, तो अतिशयोक्ति नहीं है।

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क्या कहते हैं शहरवासी

बेतिया : शहर के प्रमुख व्यवसाई मनोज केशान , चिकित्सक डॉ सुशील चौधरी , महिला शिक्षक रेणुका भटटा , एम जे के कॉलेज के प्रोफेसर आर के चौधरी , शिक्षक मदन बनीक,अधिवक्ता शैलेन्द्र वर्मा ने अतिक्रमण को आने वाले पीढ़ी के लिए भयावह बताते हुए कहा की अतिक्रमण दंडनीय अपराध हैं प्रसासन की लचीला रवैया के कारण अतिक्रमणकरियों का मनोबल बढ़ा हुआ हैं। प्रशासन को अतिक्रमणकरियों से सख्ती से करवाई करने की जरूरत है। तभी शहर अतिक्रमण मुक्त होगा।

इनसेट बयान

ऐतिहसिक स्थलों की वजूद को मिटने नहीं दिया जाएगा। अतिक्रमणकारियों से निपटने के लिए जिला प्रशासन के नेतृत्व में लगातार करवाई हो रही हैं। अमीनो की टीम पैमाइस कर निशान लगा रही है। नोटिस की अवधि समाप्त होने पर कड़ी करवाई होगी।

मनोज कुमार पवन

कार्यपालक पदाधिकारी

नगर परिषद बेतिया

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