ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा व संरक्षण की होगी पर्याप्त व्यवस्था

जिले में पर्यटन विकास की संभावनाओं का जायजा लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे में पर्यटन सचिव संतोष कुमार मल्ल पहुंचे हैं। सोमवार को उन्होंने लौरिया के ऐतिहासिक अशोक स्तंभ परिसर का निरीक्षण किया। करीब आधे घंटे तक पर्यटन सचिव अशोक स्तंभ परिसर में रूके।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 11:26 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 11:26 PM (IST)
ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा व संरक्षण की होगी पर्याप्त व्यवस्था
ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा व संरक्षण की होगी पर्याप्त व्यवस्था

बेतिया । जिले में पर्यटन विकास की संभावनाओं का जायजा लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे में पर्यटन सचिव संतोष कुमार मल्ल पहुंचे हैं। सोमवार को उन्होंने लौरिया के ऐतिहासिक अशोक स्तंभ परिसर का निरीक्षण किया। करीब आधे घंटे तक पर्यटन सचिव अशोक स्तंभ परिसर में रूके। डीएम कुंदन कुमार से स्तंभ के ऐतिहासिक महत्व के साथ - साथ वर्तमान व्यवस्था की जानकारी ली। बरसात के दिनों में स्तंभ परिसर में जल जमाव आदि की समस्या से निजात दिलाने एवं अन्य आवश्यक प्लान पर चर्चा की। उन्होंने कहा ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर सरकार गंभीर है। पश्चिम चंपारण में पर्यटन विकास की तमाम संभावनाएं हैं। इनका जायजा लिया जा रहा है। मौके पर डीडीसी अनिल कुमार, बीडीओ आदित्य दीक्षित, सीओ संजय कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष विनोद कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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अमवा मन का लिया जायजा

रविवार की शाम में जिले में पहुंचे पर्यटन सचिव ने मझौलिया प्रखंड में अवस्थित अमवामन का जायजा लिया। हाल के दिनों में पर्यटकों के लिए जिला प्रशासन की ओर से अमवामन के विकास के लिए बनाए गए प्रोजेक्ट की जानकारी ली। साथ में पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद भी मौजूद रहे। मंत्री ने बताया कि 14.50 करोड़ की लागत से पर्यटन के क्षेत्र में विकास कराया जाएगा। पर्यटन विकास को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। परेवादह के मनोरम झरने को देखना पर्यटकों की पसंद

गोब‌र्द्धना : वीटीआर के गोब‌र्द्धना जंगल स्थित सोमेश्वर पहाड़, भर्तृहरि कुटी, परेवा दह ऐतिहासिक धरोहर के साथ ही नैसर्गिक सुंदरता संजोए है। परेवा दह के झरनों से निकलते पानी के पास आकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। पानी के बीच के बड़े चट्टानों पर बैठने का खूब मजा लेते है। इसकी बेशुमार सुंदरता पर्यटकों की अपनी तरफ आकर्षित करती है। फैंटम टीला, टाइटेनिक पहाड़ की आकृति को समीप से देखने के लिए वे काफी दूर पैदल चलते है। सफारी पर स्वजनों के साथ बैठ वे मौज मस्ती भी करने का विशेष मजा है। प्रकृति प्रेमी इसके बीच बैठ लंबा समय गुजारते है। सबसे अधिक सफारी का रोमांच उनको जंगल की ओर आकर्षित करता है।

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