कालकोठरी बनने से बचा एक कपड़ा प्रतिष्ठान

वैश्विक आपदा में सरकार द्वारा जनता को बचाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच लापरवाही इस हद तक हुई कि गुरुवार को नरकटियागंज का एक कपड़ा प्रतिष्ठान कालकोठरी बनने से बच गया। ग्राहकों को दुकान के अंदर प्रवेश कराकर बिक्री की जा रही थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 12:14 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 12:14 AM (IST)
कालकोठरी बनने से बचा एक कपड़ा प्रतिष्ठान
कालकोठरी बनने से बचा एक कपड़ा प्रतिष्ठान

नरकटियागंज । वैश्विक आपदा में सरकार द्वारा जनता को बचाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच लापरवाही इस हद तक हुई कि गुरुवार को नरकटियागंज का एक कपड़ा प्रतिष्ठान कालकोठरी बनने से बच गया। ग्राहकों को दुकान के अंदर प्रवेश कराकर बिक्री की जा रही थी। इसी बीच एसडीएम के नेतृत्व में पदाधिकारियों का काफिला जांच अभियान में पहुंच। बिपिन बिहारी वर्मा मार्ग में मीठा हट्टी के पास ड्रेस हाउस नामक प्रतिष्ठान को लापरवाही के आरोप में सील कर दिया गया। इसके पूर्व शटर गिराकर अंदर भीड़ जमा करने की शिकायत पर नगर प्रबंधक और पुलिस दुकान के अंदर भी पहुंची। लेकिन दुकान में कोई ग्राहक नहीं मिला। चुकी संचालक द्वारा उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया था। प्रशासन से बचने के लिए ऐसा किया गया था। बावजूद इसके प्रतिष्ठान में हो रही हरकत की वजह प्रशासन ने उसे सील कर दिया। इसके करीब एक घंटे के बाद उस प्रतिष्ठान में बंद नगर परिषद क्षेत्र के दिउलिया के कुछ ग्राहकों ने यह सूचना दी। बताया कि दुकानदार द्वारा हम ग्राहकों को बंद कर दिया गया है। उन्हें ऐसे रूम में बंद किया गया था। जहां हवा की भी कमी थी। इसका वीडियो भी अधिकारियों के सामने आ गया। जबकि प्रशासन द्वारा माइकिग कर हिदायत देने के बाद भी ग्राहकों को बाहर नहीं निकाला गया। ग्राहकों के कमरे में छुपाकर पुलिस और प्रशासन को चकमा दे दिया गया। ग्राहकों ने बताया कि उनकी अपील करने पर भी दुकानदार उन्हें बाहर नहीं निकाला। फिर विवश होकर उन्होंने इसकी सूचना परिजनों को दी। इसके बाद आनन-फानन में अधिकारी उस ड्रेस हाउस प्रतिष्ठान के पास पहुंचे और सील तोड़ा गया। अंदर तलाशी ली गई तो महिला, बच्चे समेत करीब एक दर्जन ग्राहक पाए गए। इसके बाद प्रशासन ने दुकान के दोनों मालिकों को हिरासत में ले लिया। उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश हुकूमत के दौरान 1756 में सिराजुद्दौला ने 146 अंग्रेजों को ऐसे ही एक कोठरी में बंद कर दिया था। सुबह जब कोठी खोला गया तो उसमें से 123 लोग ऑक्सीजन के अभाव और भीड़ की वजह कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता से मौत के शिकार हो चुके थे। इतिहास की वह घटना आज नरकटियागंज में भी घट सकती थी। उन ग्राहकों के पास संपर्क नंबर होने और परिजनों को सूचना देने के बाद मामला सामने आया और फिर प्रशासन उन्हें अंदर से निकाला। दोबारा ड्रेस हाउस नामक प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया है। प्रशिक्षु डीएसपी संदीप गोल्डी ने बताया कि उस प्रतिष्ठान के दो मालिकों को हिरासत में लिया गया है। आपदा में लॉक डाउन का उल्लंघन करने के आरोप में उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है

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