कैच द रेन कार्यक्रम का आयोजन कर जल संचय का संकल्प

नेहरु युवा केंद्र के तत्वावधान में मंगलवार को कार्यक्रम का आयोजन कर वर्षा के जल का संचय करने में हर लोगो की सहभागिता की पहल की गई। इसे लेकर भगवानपुर प्रखंड नेहरु युवा विकास समिति ने जीए उच्च विद्यालय में कैच द रेन कार्यक्रम चलाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 10:44 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 10:44 PM (IST)
कैच द रेन कार्यक्रम का आयोजन कर जल संचय का संकल्प
कैच द रेन कार्यक्रम का आयोजन कर जल संचय का संकल्प

संवाद सूत्र, भगवानपुर :

नेहरु युवा केंद्र के तत्वावधान में मंगलवार को कार्यक्रम का आयोजन कर वर्षा के जल का संचय करने में हर लोगो की सहभागिता की पहल की गई। इसे लेकर भगवानपुर प्रखंड नेहरु युवा विकास समिति ने जीए उच्च विद्यालय में कैच द रेन कार्यक्रम चलाया। इसके तहत हस्ताक्षर अभियान एवं वर्षा जल संचय करने पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जिला परियोजना अधिकारी मुनेश कुमार की अध्यक्षता एवं राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक उषा कुमारी, अभिषेक कुमार के संचालन में किया गया। जिला परियोजना अधिकारी मुनेश कुमार ने उपस्थित युवाओं के बीच वर्षा जल संचयन एवं पानी की सदुपयोग पर चर्चा की। उन्होंने युवाओं को बताया कि हमारे पूर्वजों ने पानी को कुआं में देखा, हमलोगों ने पानी को चापाकल में देखा एवं वर्तमान समय में पानी को बोतल में यहां तक कि 250 ग्राम के पाउच में भी देखा जा रहा है। इस आधार पर भी हमें सचेत होकर पानी का संरक्षण करना जरूरी है। उपस्थित लोगों को जल संचय की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में शिक्षक प्रेम प्रकाश एवं राजीव रंजन ने पीपीटी को प्रस्तुत करते विस्तार पूर्वक जल संचयन एवं वर्षा जल संचयन पर चर्चा किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक अभिषेक कुमार, उषा कुमारी युवा मंडल के सदस्य साहिल कुमार सहित विद्यालय के सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

बिदुपुर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का हुआ आयोजन संवाद सूत्र, बिदुपुर :

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के अवसर पर अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा की प्रदेश महासचिव सविता कुमारी ने आंगनबाड़ी केंद्र चकजैनब, केंद्र संख्या 20 पर बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर दिवस का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम प्रदेश महासचिव सविता कुमारी ने बच्चों एवं अभिभावकों का हाथ साबुन से धुलवाया उसके बाद सभी का हाथ सैनिटाइज किया गया। मौके पर 1 साल से 2 साल के बच्चों को आधी गोली का चूर्ण बनाकर पानी के साथ खिलाया गया। साथ ही 2 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चे-बच्चियों को एक गोली खिलाया गया। यह कार्यक्रम 3 से 10 मार्च तक चलेगा। आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका एवं आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान अपना फेस मास्क पहनकर क्षेत्र में एल्बेंडाजोल की गोली खिलाएंगी। सभी बच्चे और अभिभावक को भी मास्क का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेंगी। साथ ही 2 गज की दूरी से ही अभिवादन करेंगे। जो बच्चे बीमार हैं उन्हें जबरदस्ती दवा नहीं खिलानी है। उन्होंने यह भी कहा कि कृमि मुक्ति दवाई खाने के बाद किसी-किसी बच्चे को थोड़ी परेशानियां हो सकती हैं जैसे जी मिचलाना, पेट में हल्का दर्द होना, उल्टी, दस्त और थकान। ये सब अनुभव होने की संभावना हो सकती है। इससे घबराना नहीं है, बच्चे स्वत: ठीक हो जाएंगे।

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