पातेपुर में भैंस चराने गई दो सगी बहनों की चिमनी के गड्ढे में डूबने से मौत

थाना क्षेत्र के राघोपुर नरसंडा पंचायत के मुर्तुजापुर डुमरी गांव में भैंस चरा रही दो सगी बहनों की चिमनी भट्ठा संचालकों के खोदे गए गहरे गड्ढेनुमा पोखर में पैर फिसलने के कारण पानी में डूबने से मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:44 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:44 PM (IST)
पातेपुर में भैंस चराने गई दो सगी बहनों की चिमनी के गड्ढे में डूबने से मौत
पातेपुर में भैंस चराने गई दो सगी बहनों की चिमनी के गड्ढे में डूबने से मौत

संवाद सूत्र, पातेपुर :

थाना क्षेत्र के राघोपुर नरसंडा पंचायत के मुर्तुजापुर डुमरी गांव में भैंस चरा रही दो सगी बहनों की चिमनी भट्ठा संचालकों के खोदे गए गहरे गड्ढेनुमा पोखर में पैर फिसलने के कारण पानी में डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पातेपुर थाना की पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को मुर्तुजापुर डुमरी गांव निवासी स्व. नागेंद्र पासवान की 17 वर्षीय पुत्री रेणु कुमारी अपनी बड़ी बहन 19 वर्षीय धर्मशीला कुमारी के साथ घर से थोड़ी दूरी पर ही अपनी भैंस चरा रही थी। भैंस चराने के क्रम में गड्ढेनुमा पोखर के किनारे भैंस के चले जाने के कारण वह गड्ढे के किनारे पहुंच गई। भैस को हांकने के दौरान उसका पैर फिसल गया जिससे वह पानी से भरे गहरे गड्ढे में गिर गई। वही पास में खड़ी उसकी बड़ी बहन धर्मशीला कुमारी की नजर जैसे ही उस पर पड़ी की वह उसे बचाने के ख्याल से गड्ढे में उतर गई। जब दोनों बहनें पानी में डूबने लगी तब आसपास में खेल रहे बच्चों ने दोनों बहनों के डूबने के शोर मचाने लगे। जिसपर आस पास के सैंकड़ों ग्रामीण उस पोखर की ओर दौरे तथा जब तक लोग उसे बचाते दोनों बहनों की मौत पानी में डूबने के कारण हो गई थी।

स्थानीय गोताखोरों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद गहरे पानी से दोनों के शव को बाहर निकाला गया। दोनों बच्चियों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक लखेंद्र पासवान ने घटना की जानकारी पातेपुर थाना की पुलिस एवं सीओ को दी। सूचना मिलते ही एएसआई अर्जुन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही मुखिया पति अमरेश ठाकुर भी मौके पर पहुंचे एवं मृतक के स्वजनों को ढांढस बंधाया एवं कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपए उपलब्ध कराया गया है।

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