तीन दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का हुआ समापन

विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले के मुख्य पंडाल में चल रहे तीन दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का रविवार की शाम विधिवत समापन हो गया। इस मौके पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक सांस्कृतिक राष्ट्र है और बिहार संस्कृतियों की राजधानी है। सोनपुर मेले में देशभर के लोग केवल मेला देखने नहीं आते बल्कि यहां की संस्कृति को देखने एवं समझने भी आते हैं। यहां कण-कण में बाबा हरिहरनाथ का वास है। मंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव बिहार में भी पर्यावरण प्रदूषण के रूप में दिखने लगा है। यह एक गंभीर समस्या है जिस पर सभी को मिल-जुलकर कार्य करना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 10:35 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 06:15 AM (IST)
तीन दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का हुआ समापन
तीन दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का हुआ समापन

संवाद सहयोगी, सोनपुर :

विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले के मुख्य पंडाल में चल रहे तीन दिवसीय हरिहरक्षेत्र महोत्सव का रविवार की शाम विधिवत समापन हो गया। इस मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक सांस्कृतिक राष्ट्र है और बिहार संस्कृतियों की राजधानी है। सोनपुर मेले में देशभर के लोग केवल मेला देखने नहीं आते बल्कि यहां की संस्कृति को देखने एवं समझने भी आते हैं। यहां कण-कण में बाबा हरिहरनाथ का वास है।

मंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव बिहार में भी पर्यावरण प्रदूषण के रूप में दिखने लगा है। यह एक गंभीर समस्या है जिस पर सभी को मिल-जुलकर कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण प्रदूषण से होने वाले भविष्य के परिणामों को भांपते हुए जल जीवन हरियाली मिशन पर व्यापक रूप से अभियान चलाया है। हम में से एक एक व्यक्ति को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो फिट इंडिया का नारा दिया है वह स्वास्थ्य को ²ष्टिकोण में रखते हुए साफ सफाई और स्वच्छता का भी संदेश देता है।

इसके पहले सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन स्वागत भाषण में मेले के विकास और व्यवस्था पर प्रकाश डाला। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के निदेशक दीपक आनंद ने भी बिहार तथा सारण तथा सोनपुर मेला के संस्कृति को उजागर किया। उन्होंने कहा कि मेले में अगर लिट्टी-चोखा है तो पिज्जा भी है। बैलगाड़ी है तो सफारी भी है। इस कार्यक्रम के उपरांत मुम्बई के गजल गायक सत्यम आनंद, तुर्की मुजफ्फरपुर की रूपम रम्या, वैशाली के अमरनाथ जायसवाल एवं छपरा के अरुण कुमार का लोक गायन हुआ। बाल कलाकार आन्या नमन ने राजस्थानी डांस मनमोहिनी पर अपने नृत्य से ना केवल दर्शकों की जोरदार तालियां बटोरी बल्कि उनका दिल भी जीत लिया।

chat bot
आपका साथी